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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

दीदी की जगह दीदी को लाने की रणनीति!

भाजपा महू में दीदी की जगह दीदी को लाने की रणनीति पर काम कर रही है। सूत्रों के अनुसार यदि कैलाश विजयवर्गीय उषा ठाकुर के नाम पर तीन नंबर के लिए सहमत हुए तो राज्यसभा सदस्य कविता पाटीदार महू से और उषा ठाकुर तीन से लड़ सकती हैं। इस रणनीति के चलते इंदौर जिले में भाजपा तीन महिलाओं और तीन ओबीसी वर्ग को टिकट देने की स्थिति में आ जाएगी।
दरअसल, भाजपा की चौथी सूची आने के बाद कांग्रेस की पहली सूची को लेकर अटकलें हैं। कमलनाथ ने कल पत्रकारों के समक्ष स्पष्ट किया कि कांग्रेस की पहली सूची 15 अक्टूबर तक आएगी। इसी दिन नवदुर्गा उत्सव आरंभ होगा। भाजपा अपने इंदौर जिले के बचे हुए तीन प्रत्याशियों को कांग्रेस की पहली सूची आने के बाद घोषित कर सकती है। पार्टी सूत्रों के अनुसार भाजपा की पांचवीं सूची 20 अक्टूबर तक आने की संभावना है। कांग्रेस की सूची में तीनों मौजूदा विधायक यानि संजय शुक्ला, जीतू पटवारी और विशाल पटेल के नाम होंगे। इनके अलावा कांग्रेस सांवेर से रीना सेतिया और क्षेत्र क्रमांक 5 से सत्यनारायण पटेल का नाम भी तय बताया जा रहा है। शेष चार सीटों पर दो-दो, तीन-तीन उम्मीदवारों के पैनल हैं, इसलिए यहां के फैसले बाद में हो सकते हैं। निर्वाचन आयोग के कार्यक्रम के अनुसार 2 नवंबर नाम वापसी की अंतिम तिथि है। जाहिर है, कांग्रेस और भाजपा को इसके पूर्व टिकट वितरण करना पड़ेगा। भाजपा के टिकट वितरण में जो भूमिका केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने निभाई, वही भूमिका कांग्रेस के लिए कमलनाथ और दिग्विजय सिंह निभाने वाले हैं। सूत्रों का कहना है कि भाजपा इस बार जिले से तीन महिलाओं और तीन पिछड़े वर्ग के प्रत्याशी खड़े करने का प्रयोग करने की कोशिश कर रही है, इसलिए पार्टी चाहती है कि उषा ठाकुर को क्षेत्र क्रमांक तीन में शिफ्ट किया जाए, ताकि महू से कविता पाटीदार को उतारा जा सके। भाजपा ने क्षेत्र क्रमांक चार से मालिनी गौड़ को टिकट दिया है। इस तरह से पार्टी तीन महिलाओं को उतार सकेगी। इसी तरह भाजपा ने मनोज पटेल और मधु वर्मा के रूप में 2 ओबीसी उम्मीदवार दिए हैं। यदि कविता पाटीदार और महेंद्र हार्डिया में से किसी एक को टिकट मिलता है तो जिले से पहली बार भाजपा 3 ओबीसी वर्ग के उम्मीदवार उतार सकेगी। कांग्रेस की सूची में हर बार की तरह इस बार भी दो ब्राह्मण उम्मीदवार होंगे। क्षेत्र क्रमांक एक से संजय शुक्ला का नाम तय है। तीन नंबर से अश्विन जोशी या पिंटू जोशी में से कोई उम्मीदवार होगा। इसके अलावा महू विधानसभा क्षेत्र से भी कैलाश पांडे और रामकिशोर शुक्ला टिकट मांग रहे हैं। सूत्रों के अनुसार आने वाले 2 दिनों में कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक दिल्ली में हो रही है, जिसमें मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की सीटों पर निर्णय होंगे। दरअसल, क्षेत्र क्रमांक 3 में कैलाश विजयवर्गीय की सहमति इसलिए जरूरी है, क्योंकि विधायक रहते आकाश विजयवर्गीय ने जबर्दस्त सक्रियता दिखाई है। उन्होंने क्षेत्र क्रमांक तीन में करीब 2000 करोड़ के विकास कार्य करवाए। इसके अलावा कोरोना संक्रमण के समय उन्होंने क्षेत्र के लगभग 40,000 परिवारों को नियमित रूप से राशन किट दिए। कोरोना के समय मरीजों को मुफ्त इलाज के मामले में भी आकाश विजयवर्गीय अपने यशस्वी पिता के पदचिह्नों पर चलते हुए आगे रहे। आकाश विजयवर्गीय की सक्रियता का ही परिणाम है कि इंदौर के नगर निगम चुनाव में क्षेत्र क्रमांक 3 में भाजपा को कांग्रेस के मुकाबले अधिक पार्षद और मेयर के चुनाव में 5000 से अधिक की बढ़त मिली, जबकि नगर निगम चुनाव में हमेशा यह क्षेत्र कांग्रेस के पक्ष में रहा है। जाहिर है, यदि कैलाश विजयवर्गीय खेमे की सहमति के बिना उषा ठाकुर को क्षेत्र क्रमांक तीन में भेजा गया तो उनकी जीत की संभावना कम हो जाएगी। इसी वजह से क्षेत्र क्रमांक का तीन के उम्मीदवार के मामले में भाजपा कैलाश विजयवर्गीय से चर्चा करके टिकट देना चाहती है। एक दिलचस्प तथ्य यह है कि कैलाश विजयवर्गीय की उंगली पकड़कर राजनीति करने वाले गौरव रणदिवे के नाम पर आकाश विजयवर्गीय और उनके समर्थक तीन नंबर के लिए राजी नहीं हैं।
एक रणनीति यह भी हो सकती है कि कैलाश विजयवर्गीय क्षेत्र क्रमांक 3 के लिए सुदर्शन गुप्ता की सिफारिश करें, जिससे क्षेत्र क्रमांक एक में भाजपा को और मजबूती मिले। ऐसा होने से सुदर्शन गुप्ता के समर्थक या तो क्षेत्र क्रमांक एक में कैलाश विजयवर्गीय के लिए काम करेंगे या फिर सुदर्शन गुप्ता के लिए तीन में लगेंगे। जहां तक महू का सवाल है तो भाजपा के संदर्भ में टिकट की दौड़ फिलहाल उषा ठाकुर और कविता पाटीदार तक सीमित हो गई है।

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ASEAN: भारत-आसियान के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए पीएम मोदी ने रखा 12 सूत्री प्रस्ताव, जानें इसके बारे में

ASEAN: शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने आसियान भागीदारों के साथ आसियान-भारत व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने तथा भविष्य की दिशा तय करने पर व्यापक चर्चा की। प्रधानमंत्री ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आसियान की केंद्रीयता की फिर से पुष्टि की और भारत के हिंद-प्रशांत महासागर पहल (आईपीओआई) और आसियान के हिंद-प्रशांत पर दृष्टिकोण (एओआईपी) के बीच तालमेल पर प्रकाश डाला।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद जैसी समकालीन चुनौतियों से निपटने और रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने के साथ डिजिटल परिवर्तन, व्यापार और आर्थिक जुड़ाव जैसे क्षेत्रों में भारत-आसियान सहयोग को मजबूत करने के लिए गुरुवार को 12 सूत्री प्रस्ताव पेश किया।

मोदी ने इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में यहां 20वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। आसियान (दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन) के महासचिव डॉ काओ किम होर्न ने भी शिखर सम्मेलन में भाग लिया। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि शिखर सम्मेलन में दो संयुक्त बयानों जिनमें एक समुद्री सहयोग और दूसरा खाद्य सुरक्षा से संबंधित है उन्हें भी स्वीकार किया गया।

इसमें कहा गया है कि शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने आसियान भागीदारों के साथ आसियान-भारत व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने तथा भविष्य की दिशा तय करने पर व्यापक चर्चा की। प्रधानमंत्री ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आसियान की केंद्रीयता की फिर से पुष्टि की और भारत के हिंद-प्रशांत महासागर पहल (आईपीओआई) और आसियान के हिंद-प्रशांत पर दृष्टिकोण (एओआईपी) के बीच तालमेल पर प्रकाश डाला।

उन्होंने आसियान-भारत मुक्त व्यापार समझौते (एआईटीआईजीए) की समीक्षा समयबद्ध तरीके से पूरी करने की जरूरत पर भी जोर दिया। प्रधानमंत्री ने भारत-आसियान सहयोग को मजबूत करने के लिए 12 सूत्री प्रस्ताव पेश किया जिसमें कनेक्टिविटी, डिजिटल परिवर्तन, व्यापार और आर्थिक जुड़ाव, समकालीन चुनौतियों का समाधान, लोगों से लोगों के बीच संपर्क और रणनीतिक जुड़ाव को गहरा करना शामिल है।

बयान में कहा गया है कि प्रस्ताव के तहत, भारत ने दक्षिण-पूर्व एशिया-भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप को जोड़ने वाले एक बहु-मोडल कनेक्टिविटी और आर्थिक गलियारे की स्थापना का आह्वान किया और आसियान भागीदारों के साथ भारत के डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर स्टैक को साझा करने की पेशकश की। प्रधानमंत्री मोदी ने डिजिटल परिवर्तन और फाइनेंशियल कनेक्टिविटी की दिशा में सहयोग पर ध्यान केंद्रित करते हुए डिजिटल भविष्य के लिए आसियान-भारत कोष की भी घोषणा की। 

12 सूत्री प्रस्ताव के तहत प्रधानमंत्री ने आतंकवाद, आतंकवाद के वित्तपोषण और साइबर सूचनाओं के खिलाफ सामूहिक लड़ाई का आह्वान किया। प्रस्ताव के हिस्से के रूप में उन्होंने आसियान और पूर्वी एशिया के आर्थिक और अनुसंधान संस्थान (ईआरआईए) को दिए जाने वाले समर्थन के नवीकरण की घोषणा की ताकि वह नॉलेज पार्टनर के रूप में कार्य कर सके। 

बयान में कहा गया है कि उन्होंने बहुपक्षीय मंचों पर ग्लोबल साउथ के सामने आने वाले मुद्दों को सामूहिक रूप से उठाने का आह्वान किया। उन्होंने आसियान देशों को भारत में डब्ल्यूएचओ की आरे से स्थापित किए जा रहे ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया और पर्यावरण की रक्षा और संरक्षण के लिए व्यक्तिगत और सामुदायिक कार्रवाई को आगे बढ़ाने के लिए भारत के नेतृत्व वाले वैश्विक जन आंदोलन मिशन एलआईएफई पर मिलकर काम करने का आह्वान किया। 

प्रधानमंत्री ने जन-औषधि केंद्रों के माध्यम से लोगों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाएं प्रदान करने में भारत के अनुभव को साझा करने की भी पेशकश की। उन्होंने आसियान देशों को आपदा रोधी बुनियादी ढांचे के लिए गठबंधन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया और आपदा प्रबंधन में सहयोग का आह्वान किया। बयान के अनुसार, उन्होंने समुद्री सुरक्षा, सुरक्षा और डोमेन जागरूकता पर सहयोग बढ़ाने का भी आह्वान किया। भारत और आसियान नेताओं के अलावा, तिमोर-लेस्ते ने एक पर्यवेक्षक के रूप में शिखर सम्मेलन में भाग लिया।

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PM Modi Shahdol Visit Live : जबलपुर पहुंचे पीएम मोदी:शहडोल के लालपुर में सिकलसेल एनीमिया मिशन करेंगे लॉन्च, आदिवासी समुदाय से खाट पर बैठकर करेंगे संवाद

पीएम मोदी आज यानि शनिवार को शहडोल जिले के दौरे पर आ रहे हैं। पीएम यहां करीब 362 लोगों से खाट पर बैठकर संवाद करेंगे। वह 25 आदिवासियों के साथ लंच भी करेंगे।

पीएम मोदी के दौरे के सियासी मायने 
मध्यप्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही आदिवासी वोटरों को साधने के लिए ताकत झोंक रहीं हैं। बता दें, 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को आदिवासी वोटरों की नाराजगी का नुकसान हुआ था। मध्यप्रदेश में 230 में से 47 सीटें आदिवासी समाज के लिए आरक्षित हैं। 2013 में भाजपा ने 31 सीटें जीती थी, जबकि 2018 में यह सीटें कम होकर 16 पर आ गईं। भाजपा ने विधानसभा के साथ ही अभी से लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। यही, वजह है कि प्रधानमंत्री के दौरे के लिए मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित शहडोल का चयन किया गया, ताकि दोनों राज्यों के आदिवासी वोटरों को साधा जा सके।

सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन का शुभारंभ करेंगे पीएम
सीएम शिवराज ने पीएम मोदी के शहडोल दौरे की जानकारी देते हुए कहा कि दूसरा महत्वपूर्ण कार्यक्रम सिकल सेल उन्मूलन मिशन है।
सिकलसेल एक बहुत जटिल और कष्टपूर्ण बीमारी है। अधिकतर हमारे आदिवासी भाई बहन इसके शिकार होते हैं। इससे निपटने के लिए सिकल सेल एनीमिया मिशन प्रधानमंत्री जी पूरे देश में लॉच करेंगे।

 मिनट टु मिनट कार्यक्रम………….

दोपहर 3.25 बजे लालपुर हेलीपैड पर आगमन 3.30 से 4.45 बजे तक लालपुर में सभा शाम 4.50 बजे लालपुर से पकरिया प्रस्थान 5 से 6.25 बजे तक पकरिया में जनजातीय समुदाय का कार्यक्रम 6.30 बजे पकरिया से लालपुर हवाई पट्टी प्रस्थान 6.40 बजे लालपुर हवाई पट्टी से प्रस्थान…….

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मोदी ने भारत को विश्व पटल पर पहुंचाने का लक्ष्य रखा: सिंधिया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत को विश्व पटल पर पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। उनकी अमेरिका यात्रा भी इसी लक्ष्य का हिस्सा है। इतिहास में पहली बार 130 देशों ने प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में भागीदारी की। यह बात नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को इंदौर में कही। वे भाजपा नेता और प्रदेश के पूर्व मंत्री सुरेन्द्र पटवा के यहां विवाह समारोह में शामिल होने आए थे।
सिंधिया ने पटना में विपक्षी दलों की बैठक पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि लालूप्रसाद ने अपने दिल की बात कहकर यह साबित कर दिया कि बैठक का मूलमंत्र राहुल गांधी की शादी ही था। सब एकता का पाठ पढ़ाने के लिए एकजुट हुए थे, लेकिन वहां ऐसा कुछ नहीं हुआ। विमानतल पर मीडिया से बातचीत में उन्‍होंने कहा कि पीएम ने नया इतिहास बनाने का लक्ष्‍य रखा है। सबने उनकी प्रशंसा की है। संंयुक्‍त राष्‍ट्र में अंतर्राष्‍ट्रीय योग दिवस मनाया गया। उनका इजिप्‍त दौरा भी ऐतिहासिक रहा। सिंधिया ने कहा कि आज भारत सोच और विचारधारा के साथ विकास के पथ पर अग्रसर हो रहा है। भारत की प्रगति अकेले नहीं, संपूर्ण विश्‍व की प्रगति है। उसी संदेश के साथ भारत आगे बढ़ रहा है। उन्‍होंने कहा कि भोपाल में पीएम के स्‍वागत के लिए हम सब आतुर हैं। वे देशभर के कार्यकर्ताओं को भोपाल से संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री कभी मप्र खाली नहीं आते हैं। वे भोपाल के स्‍टेशन से वंदे भारत ट्रेनों का शुभारंभ करेंगे। एयरपोर्ट पर उनका स्वागत मंत्री तुलसीराम सिलावट, संसद सदस्‍य शंकर लालवानी, भाजपा नेता सुदर्शन गुप्ता, मधु वर्मा, विधायक मालिनी गौड़, विधायक मनोज चौधरी खातेगांव, पूर्व विधायक जीतू जिराती, प्रमोद टंडन, मोहन सेंगर, राजू चौहान सहित भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया।

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पीएम मोदी 27 जून को भोपाल आएंगे झाबुआ भी जाने की उम्मीद!

भोपाल। प्रधानमंत्री मोदी 27 जून को भोपाल आएंगे। वे यहां बूथ कार्यकर्ताओं को सरकार के 9 वर्ष पूर्ण होने पर संबोधित करने समेत अन्य कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। भोपाल से जबलपुर तक चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे। उनके इसी दिन कुछ समय के लिए झाबुआ जाने की भी संभावना है। जानकारी के अनुसार उनके कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

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