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दोहा में 10 से ज्यादा चैम्पियन उतर रहे, भारत से नीरज चोपड़ा भी शामिल

आज होने वाली डायमंड लीग से एथलेटिक्स का नया सीजन शुरू हो जाएगा। डायमंड लीग के 14वें सीजन में 14 सीरीज होंगी, जो 5 महीने तक 14 शहरों में आयोजित होंगी। आखिरी सीरीज 8 सितंबर को ब्रसेल्स में होगी। इसके बाद 16-17 सितंबर को यूजीन (अमेरिका) में फाइनल्स होगा, जिसमें सभी सीरीज के मेडलिस्ट उतरेंगे। डायमंड लीग वर्ल्ड चैम्पियनशिप के बाद एथलेटिक्स का सबसे बड़ा इवेंट है। यह वर्ल्ड एथलेटिक्स का एक-दिवसीय सबसे बड़ा कॉम्पिटीशन है।
किन-किन खेलों के कितने इवेंट्स- दोहा में 14 इवेंट्स होंगे। पुरुष कैटेगरी में 100 मीटर, 200 मीटर, 400 मीटर, 800 मीटर, 400 मीटर हर्डल्स, 3000 मीटर, ट्रिपल जंप, हाई जंप, जैवलिन थ्रो, डिस्कस थ्रो इवेंट होंगे। वहीं, महिला कैटेगरी में 100 मीटर, 100 मीटर हर्डल्स, 400 मीटर, 1500 मीटर, 3000 मीटर स्टीपलचेज, पोल वॉल्ट के इवेंट होंगे।
विजेता को मिलती है कितनी प्राइज मनी- एक डायमंड लीग में हर इवेंट्स के विजेता को 30 हजार डॉलर (करीब 24.53 लाख रुपए) प्राइज मनी के रूप में मिलते हैं। साथ ही रेटिंग अंक भी दिए जाते हैं। 14 सीरीज खत्म होने के बाद हर इवेंट का टॉप परफॉर्मर फाइनल्स के लिए क्वालिफाई करता है। दोहा में 10 से ज्यादा चैम्पियन उतर रहे हैं।

दोहा में कई बड़े खिलाड़ी हिस्सा लेंगे
वर्ल्ड चैम्पियन जैवलिन थ्रोअर एंडरसन पीटर्स, 200 मी. के ओलिंपिक चैम्पियन डि ग्रासी, 400 मी. के वर्ल्ड चैम्पियन माइकल नॉर्मन, 100 मी. के वर्ल्ड चैम्पियन फ्रेड केरले, 1500 मी. के वर्ल्ड चैम्पियन व्हिटमैन, वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर पोल वॉल्टर डुप्लेंटिस, 400 मी. हर्डल्स की वर्ल्ड चैम्पियन सिडनी मैक्लॉफलिन दिखेंगे।
नीरज का ज्यूरिख डायमंड लीग जीतने के बाद पहला इवेंट
ओलिंपिक चैम्पियन जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा और कॉमनवेल्थ गेम्स के ट्रिपल जंप चैम्पियन एल्डोस पॉल दोहा में उतरेंगे। यह नीरज का 2022 ज्यूरिख डायमंड लीग जीतने के बाद पहला इवेंट होगा। वे सीजन की पहली इवेंट में खिताब बचाने उतरेंगे।

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बीच में मत आओ : विराट, मेरे खिलाड़ी मेरा परिवार : गंभीर

लखनऊ के इकाना के अटल बिहारी स्टेडियम में सोमवार को खेले गए मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने लखनऊ सुपर जायंट्स को 18 रन से हरा दिया। हालांकि, इस मैच की चर्चा रॉयल चैंलेंजर्स बेंगलुरु के विराट कोहली और लखनऊ सुपर जायंट्स के मेंटर गौतम गंभीर के बीच हुई विवाद के कारण अधिक हुई। मैच के बाद कोहली-गंभीर आपस में भिड़ गए। अमित मिश्रा और वहां मौजूद अन्य खिलाड़ियों ने दोनों को अलग किया। गंभीर के कोहली के साथ भिड़ने को लेकर सब अचंभित थे। आखिर दोनों के बीच ऐसा क्या हुआ कि विवाद बढ़ गई। मीडिया ने अब वहां मौजूद सूत्रों के हवाले से इसकी वजह का खुलासा किया है। मैच के बाद टीवी पर देखा गया कि काइल मेयर्स और कोहली एक-दूसरे से बातचीत करते हुए जा रहे थे। उस समय मेयर्स ने कोहली से पूछ रहे थे कि मैच के दौरान कोहली ने गाली क्यों दी। इस दौरान के दोनों के बीच बातें बढ़ने लगी। कोई बड़ा विवाद न हो जाए, इसलिए गंभीर मेयर्स को खींचकर ले जाने लगे। उसके बाद भी कोहली बोलते रहे। तभी गंभीर ने कोहली से पूछा- क्या बोल रहा है बोल? इस पर कोहली ने कहा-मैंने आपको कुछ बोला ही नहीं है। आप बीच में क्यों आ रहे हो। इस पर गंभीर ने कहा- तूने अगर मेरे प्लेयर को बोला, मतलब तूने मेरी फैमिली को गाली दी है, इस पर कोहली ने कहा, तो आप अपनी फैमिली को संभाल के रखिए। फिर आखिरी में गंभीर ने कहा, तो अब तू मुझे सिखाएगा।
मैच के बाद नवीन-विराट हाथ मिला रहे थे: मैच खत्म होने के बाद लखनऊ और बेंगलुरु के खिलाड़ी जब हाथ मिला रहे थे, इस दौरान नवीन-उल-हक और विराट के बीच बहस शुरू हो गई।

नवीन उल हक को बल्लेबाजी के दौरान विराट ने किया था इशारा
दरअसल जब नवीन बल्लेबाजी कर रहे थे, उस समय 16वें ओवर के बाद विराट स्टंप के पीछे से दौड़ते हुए आए और नवीन को देखकर कुछ इशारा किया। इस पर नवीन उल-हक भी उनके करीब आ गए और दोनों में बहस शुरू हो गई। इस बीच विराट ने अपने जूते की तरफ भी इशारा किया और उसमें से मिट्टी निकाली। बाकी खिलाड़ियों ने बीच-बचाव की कोशिश की तो कोहली और अमित मिश्रा के बीच भी बहस हो गई। आरसीबी के दिनेश कार्तिक और अंपायर ने आकर दोनों को अलग किया। ​​​​​

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एशियन बैडमिंटन में जीता डबल्स का पहला गोल्ड

पिछले साल भारत को थॉमस कप, कॉमनवेल्थ गेम्स और वर्ल्ड चैंपियनशिप के मेडल जिताने वाली चिराग शेट्‌टी और सात्विक साईराज रंकीरेड्डी की जोड़ी ने एक और कारनामा किया है। इस जोड़ी ने भारत को एशियन बैडमिंटन चैंपियनशिप में डबल्स कैटेगरी का पहला गोल्ड दिलाया है। कोई भारतीय जोड़ी चैंपियनशिप के 61 साल के इतिहास में पहली बार चैंपियन बनी है। इतना ही नहीं, इस जोड़ी ने भारत को 1965 के बाद चैंपियनशिप का दूसरा गोल्ड दिलाया है। इससे पहले, दिनेश खन्ना ने मेंस सिंगल कैटेगरी में देश को पहला गोल्ड दिलाया था। दुबई में रविवार को खेले गए फाइनल मुकाबले में चिराग और सात्विक ने ओंग यू सिन और तेओ ईओ यी की मलेशियाई जोड़ी तीन गेम में 16-21, 21-17, 21-19 से हराया। यह मैच एक घंटा 7 मिनट चला। इस अचीवमेंट पर बैडमिंटन एसोसिएशन आॅफ इंडिया के अध्यक्ष हिमंत बिस्वा सरमा ने 20 लाख रुपए के इनाम की घोषणा की है।
आखिरी गेम में मिली जीत
फाइनल में मलेशिया के ओंग यू सिन-तेओ ईओ यी के खिलाफ सात्विक-चिराग ने 2-1 से जीत हासिल की। पहले गेम में सात्विक-चिराग एकतरफा मुकाबले में 16-21 से जीता। इसके बाद दूसरे गेम में मलेशिया की जोड़ी ने 21-17 से जीत हासिल करते हुए मैच को रोचक बना दिया। तीसरे और निर्णायक गेम में सात्विक-चिराग ने जोरदार वापसी की। पहले भारतीय जोड़ी 11-15 से पीछे चल रही थी, फिर बाद में 21-19 की रोमांचक जीत हासिल करते हुए गोल्ड अपने नाम कर लिया।

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क्वार्टर फाइनल में पहुंचीं पीवी सिंधु

दुबई में खेली जा रही एशियाई बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारतीय शटलर्स ने क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है। विमेंस सिंगल में पीवी सिंधु, मेंस सिंगल में एचएस प्रणौय और मेंस डबल्स में सात्विक साईराज और चिराग शेट्टी ने अपने-अपने मुकाबले जीत कर अगले राउंड में प्रवेश किया।
सिंधु ने चीन की हान यू को हराया: पीवी सिंधु ने राउंड आॅफ 16 में चीन की हान यू को दो सेट में हराया। पहले सेट में सिंधु ने 21-12 से जीत दर्ज की। फिर दूसरे सेट में भी 21-15 से आसान जीत प्राप्त कर मैच खत्म किया। अब सिंधु का मुकाबला चीन की वर्ल्ड रैंकिंग में दूसरे नंबर की खिलाड़ी एनसे यंग से होगा। जिनके खिलाफ सिंधु ने अपने पिछले पांच मुकाबले हारे हैं।
प्रणौय ने दूसरा सेट हारने के बाद कमबैक किया: एच एस प्रणौय ने पोलैंड के वारडोयो को तीन सेट में हराया। पहला सेट प्रणौय ने 21-16 से जीता। इसके बाद वारडोयो ने एकतरफा सेट में प्रणौय को 5-21 से हरा दिया। तीसरे सेट में प्रणौय ने शानदार कमबैक किया और आखिरी सेट के करीबी मुकाबले में 21-18 से जीत हासिल कर मैच जीत लिया।
सात्विक-चिराग की आसान जीत: कॉमनवेल्थ गेम्स के गोल्ड मेडलिस्ट सात्विक साईराज और चिराग रेड्डी ने एकतरफा लीड बनाते हुए दो सेट में कोरिया के यंग और सि युंग को हराया। उन्होंने पहला सेट 21-13 से जीता और 21-11 से दूसरा सेट अपने नाम किया।
किदांबी श्रीकांत हारे: भारत के टॉप शटलर्स में से एक किदांबी श्रीकांत पहला राउंड जीत नहीं सके। उन्हें मेंस सिंगल में कोदई नाराओंका ने 3 सेट में हराया। पहला सेट नाराओंका ने 14-21 से जीता। दूसरे सेट में श्रीकांत ने कमबैक किया और 20-22 से जीत दर्ज की। लेकिन, तीसरे सेट में श्रीकांत एकतरफा मुकाबले में 21-9 से हार गए।
त्रिषा-गायत्री ने दिया वॉकओवर: विमेंस डबल्स में त्रिसा जॉली और गायत्री गोपीचंद ने विपक्षी जोड़ी को वॉकओवर दे दिया। गायत्री ने चोट के कारण दूसरे दौर के मैच से पहले नाम वापस ले लिया।

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चोटों से जूझ रहे हैं लाल बजरी के दिग्गज नडाल, जोकोविच…..

लाल बजरी पर खेले जाने वाली टेनिस का आधा रास्ता तय हो चुका है और अब इस तरह की सतह पर खेला जाने वाला सबसे बड़ा टेनिस टूर्नामेंट शुरू होने में महज एक महीने भर का वक्त रह गया है। बात हो रही है फ्रेंच ओपन टूर्नामेंट की, जो कि 28 मई से शुरू होने वाला है। जब लाल बजरी की बात होती है तो जेहन में जिस दिग्गज का नाम सबसे ऊपर आता है, वह राफेल नडाल है।
नडाल और लाल बजरी के कोर्ट रोलांड गैरोस में लगभग अटूट बंधन है। नडाल लाल बजरी के कद्दावर खिलाड़ी हैं। लेकिन उनके प्रशंसक और समर्थक इस बात को लेकर चिंतित हैं कि उनके पसंदीदा नडाल फ्रेंच ओपन में उतर पाएंगे और उतरे तो क्या खिताबी जीत का सेहरा बांध पाएंगे। दरअसल नडाल इस साल के शुरू से गंभीर चोटों से जूझ रहे हैं। इतना ही नहीं, उनके प्रतिद्वंद्वी नोवाक जोकोविच के समर्थक भी अपने खिलाड़ी की फिटनेस को लेकर फिक्रमंद हैं। क्ले के निर्विवाद सम्राट नडाल ने जनवरी में आस्ट्रेलियाई ओपन के बाद से कोई मैच नहीं खेला है क्योंकि वे कूल्हे की चोट से परेशान हैं। इस चोट के ठीक होने में अमूमन 6 से 8 सप्ताह लगने थे, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं लगता कि तय समय पर वे स्वस्थ हो पाएंगे। ऐसा लगता है कि जोकोविच को कोहनी में दिक्कत है जिसका असर उनके प्रदर्शन में पड़ रहा है। मोंटे कार्लो ओपन में कोहनी की इस समस्या के कारण 22 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता नोवाक तीसरे दौर के मैच में इटली के लोरेंजो मुसेटी से हार गए थे। मुसेटी ने उनकी आठ बार सर्विस तोड़ी थी। हाल ही में एक साक्षात्कार में, जोकोविच से कोहनी की चोट और बाद में मैड्रिड से वापसी के बारे में सवाल किया गया था। उन्होंने दावा किया कि कोहनी आदर्श स्थिति में नहीं है, लेकिन शुरुआती दौर में और प्रतिस्पर्धा करने के लिए काफी अच्छी है। इस दावे से ऐसा लगता है कि कोहनी की चोट बढ़ गई है क्योंकि वे बहुत अधिक टेनिस खेलते हैं। संकेत तो यह है कि चोट इतनी गंभीर नहीं है कि उन्हें पूरी तरह से खेलने से रोक सके। लेकिन रोलांड गैरोस को जीतने के लिए उन्हें दो सप्ताह में सात मैच जीतने होंगे, यह एक चिंता का विषय है। वैसे अप्रैल के अंत तक दोनों में से कोई भी खिलाड़ी अपने क्ले कोर्ट मुकाबलों के लिए अपनी सामान्य स्थिति के आस-पास नहीं पा रहा है। इससे दोनों पक्षों में बड़ी चिंता का विषय होना चाहिए क्योंकि यह जोड़ी आमतौर पर पेरिस में एक-दूसरे के साथ संघर्षपूर्ण मुकाबले में होती है। नडाल जून में 37 साल के हो जाएंगे और हाल के वर्षों में कई चोटों से जूझ रहे हैं। वे स्पष्ट रूप से अपने शानदार कॅरिअर की समाप्ति के करीब पहुंच रहे हैं। पिछले साल उन्हें पेट संबंधी समस्याओं और पसलियों की पीड़ा से जूझना पड़ा। साथ ही मौजूदा समय में उनके पैरों में भी दिक्कत है, जिससे वे अपने पूरे करिअर में जूझते रहे।
नडाल ने हाल ही में पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में अपने प्रशंसकों से कहा, जैसा कि आप जानते हैं, मुझे आस्ट्रेलिया में मांसपेशियों में बड़ी चोट लगी थी। प्रारंभ में, इसके छह से आठ सप्ताह में ठीक होने की उम्मीद थी। अब लगता है यह 14 सप्ताह तक खिंचेगी।

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