देश विरोधी गतिविधियों के चलते हाल ही में गिरफ्तार किए गए हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) के सभी 16 सदस्य अपने घरों में ही हर दिन लगभग एक घंटे की धर्म और अन्य विषयों से जुड़ी बैठक करते थे। इसे दर्स कहा जाता था। इसमें सनातन धर्म की विरोधी बातें भी होती थीं। नए लोगों को जोड़ने के लिए ये सभाएं की जाती थीं। यह भी पता चला है कि भोपाल में करीब एक दर्जन लोग और हैं, जो गिरफ्तार आरोपितों के संपर्क में थे। इनसे भी एटीएस पूछताछ कर सकती है। बता दें कि ये आरोपित 19 मई तक एटीएस की रिमांड पर हैं और इनसे पूछताछ की जा रही है।
अपने आवास पर सभा करने में यह खुद को ज्यादा सुरक्षित मानते थे। पहले से जुड़े सदस्यों के अलावा कुछ नए सदस्य भी शामिल होते थे। नया सदस्य पहले से जुड़े लोगों में से ही किसी का नजदीकी होता था। इस कारण उनकी गतिविधियां किसी को पता नहीं चलीं। इनका सबसे अधिक जोर लोगों को बरगलाकर (ब्रेन वाश कर) कट्टर बनाने पर रहता था। बदल-बदलकर चैटिंग एप का उपयोग करने और अन्य संदिग्ध गतिविधियों के चलते उन्हें पुलिस की कार्रवाई का भी डर था। इस कारण वह अपने घर में कोई हथियार नहीं रखते थे। सिर्फ एक सदस्य के यहां से एयर गन मिली है। जेहादी साहित्य इनके पास बहुत ज्यादा मात्रा में मिला है। एटीएस इनसे पूछताछ कर रही है। इसमें इनकी गतिविधियों के बारे में कुछ और जानकारी सामने आने की उम्मीद है।
एचयूटी के 10 सदस्यों में से पांच ऐसे सदस्य हैं, जिन्होंने हिंदू धर्म छोड़कर इस्लाम कबूल किया है। यह संगठन भड़काऊ तकरीरों से लोगों का ब्रेन वॉश कर इस्लाम धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करता है। 16 सदस्यों में से आठ सदस्य कन्वर्ट होकर इस्लाम धर्म कबूल किया था। तीन सदस्य ऐसे भी हैं जिन्होंने हिंदू युवतियों से शादी कर बाद में उनका धर्म परिवर्तन कराया।