सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील व राज्य सभा सांसद कपिल सिब्बल और विवेक तंखा रविवार को इंदौर आए। इस दौरान उन्होंने प्रेस क्लब में मीडिया से चर्चा की। कपिल सिब्बल ने अतीक अहमद और अशरफ की पुलिस हिरासत में हुई हत्या पर सवाल उठाए।
उन्होंने कहा कि दोनों को रात में मेडिकल के लिए क्यों ले जाना पड़ा, जिन लोगों ने हत्या की हैं उनके पास 7 लाख के हथियार कैसे आए, जबकि वे गरीब तबके से आते हैं। इनका पुलिस रिमांड नहीं लेते हुए ज्युडिशियल रिमांड लिया गया। वहीं, तन्खा ने कहा कि हड़ताल का पक्षधर नहीं हूं। देश की हर लड़ाई में अधिवक्ताओं की प्रमुख भूमिका रही है। फिर चाहे राजेंद्र प्रसाद हों, वल्लभ भाई पटेल हों या मोतीलाल वोरा हों। तन्खा ने कहा कि इस बार चुनाव में हम सभी को संघर्ष करना है। ये चुनाव संविधान बचाने की लड़ाई है, अभी सीबीआई, ईडी सारी एजेंसियां केंद्र के इशारे पर काम करती हैं। श्री गीता रामेश्वरम ट्रस्ट द्वारा रविवार को बिचौली मरदाना स्थित विद्यासागर स्कूल परिसर में संगोष्ठी और अधिवक्ता सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इसमे वतिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल, विवेक तंखा और शशांक शेखर सहित कई अधिवक्ता ने शिरकत की।