प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से अपना नामांकन भरने से पहले यहां गंगा नदी के किनारे दशाश्वमेध घाट पर पूजा-अर्चना की। पीएम मोदी ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गंगा घाट पर आरती भी की। पीएम मोदी ने काल भैरव मंदिर के दर्शन किए। वहां से सीधे कलेक्टोरेट पहुंचे। नामांकन दाखिल किया। पीएम मोदी के चार प्रस्तावक भी तैयार हैं, जिसमें पंडित गणेश्वर शास्त्री, बैजनाथ पटेल, लालचंद कुशवाहा और संजय सोनकर शामिल हैं।
कौन होते हैं प्रस्तावक…?
चुनावों में प्रस्तावक की भूमिका काफी अहम् होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए 10 प्रस्तावकों की जरूरत होती है। कई बार प्रस्तावकों के कारण चुनाव का रुख ही बदल जाता है, जैसा इस बार सूरत लोकसभा सीट पर देखने को मिला था। नियमों के अनुसार… अगर कोई उम्मीदवार किसी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहा है तो निर्वाचन क्षेत्र के एक मतदाता को उसकी उम्मीदवारी का प्रस्ताव देना आवश्यक होता है।
12 मुख्यमंत्री, 18 कैबिनेट
मंत्री… समेत ये नेता
पीएम मोदी के नामांकन दाखिल करने जाते समय उनके साथ गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह समेत कई केंद्रीय मंत्री, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और अनेक पार्टी नेता मौजूद रहे। इसके साथ ही राजग में भाजपा के सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान, अपना दल (एस) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर भी इस दौरान प्रधानमंत्री के साथ रहे। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों- नीतीश कुमार (बिहार), पुष्करसिंह धामी (उत्तराखंड), मोहन यादव (मध्यप्रदेश), विष्णु देव साय (छत्तीसगढ़), एकनाथ शिंदे (महाराष्ट्र), भजनलाल शर्मा (राजस्थान), हिमंत विश्व शर्मा (असम), नायबसिंह सैनी (हरियाणा), प्रमोद सावंत (गोआ), प्रेमसिंह तमांग (सिक्किम) और माणिक साहा (त्रिपुरा) भी पीएम के नामांकन में शामिल रहे।