इंदौर। देवास नाका चौराहा….। बीआरटीएस का पहला स्टॉप….। तीन तरफ से भारी वाहनों की आवाजाही…। यातायात का दबाव है…। फिर भी बीच में तकरीबन एक हजार वर्गफीट का गड्ढा खुदा हुआ है…। गड्ढा 27 फरवरी को खोदा गया था…। 20 मार्च हो गया…। 22 दिन से काम ही चल रहा है…। अभी चार-पांच दिन और चलेगा…। इतने दिन में काम पूरा हो जाएगा? इसकी भी गारंटी नहीं है…।
सीवरेज लाइन, स्ट्रॉम वॉटर लाइन और इंदौर-देवास नर्मदा लाइन के साथ ही गैस लाइन का जंक्शन बन चुका है देवास नाका चौराहा। सीवरेज लाइन में आ रही दिक्कतों को देखते हुए गड्ढा खोदा गया था। लाइन का फ्लो मेंटेन रहे। इसके लिए 26 फीट गहरा चेम्बर बनना है। 10-12 फीट के लगभग बन चुका है। इतना ही और बनना है। जैसे-जैसे चेम्बर बन रह है। मिट्टी-मुरम की फीलिंग हो रहीे है।
सीवरेज और गैस लाइन की संयुक्त समस्या थी। इसीलिए तकनीकी दिक्क्त थी। तीन तरफ से सीवरेज आ ही है। जिन्हें चेम्बर से कनेक्ट कर देंगे। चार-पांच दिन में काम पूरा हो जाएगा।