नेहरू स्टेडियम में गुरुवार रात साड़ी वॉकथान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को लेकर था और शाम 6 बजे शुरू होना था। लेकिन रात 8 बजे तक शुरू नहीं हो सका। देरी के कारण महिलाएं घर लौटने लगीं। तब विवाद की स्थिति बन गई।
महिलाएं कार्यक्रम छोड़कर जाने लगी तो उन्हें रोकने के लिए स्टेडियम के गेट नंबर एक पर ताला लगा दिया गया। नाराज महिलाओं ने पत्थर उठा लिए। ताला तोड़ने की कोशिश की। हालांकि बाद में नगर निगम के अधिकारियों के दखल के बाद ताला खोलना पड़ा। अपने तय कार्यक्रम से लेट होकर सीएम डॉ. मोहन यादव करीब सवा आठ बजे पहुंचे। उन्होंने साड़ी वॉकथान को औपचारिक तौर पर हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कार्यक्रम में देरी से पहुंचने पर महिलाओं से माफी मांगी। उन्होंने कहा कि साड़ी भारतीय परिधान ही नहीं, यह महिलाओं के लिए गर्व का भी विषय है। कार्यक्रम के लिए महिलाओं को दोपहर 3 बजे से ही बुला लिया गया था। कई महिलाएं छोटे बच्चों को साथ लेकर आई, जो परेशान होती रही। इस कार्यक्रम में 25 हजार महिलाओं के शामिल होने का दावा किया जा रहा था, लेकिन हालात यह रहे कि स्टेडियम में कुल जमा 100 महिलाएं भी नहीं थी।