वेंकटेश नगर निवासी 51 वर्षीय महिला वैशाली प्रदीप पारीख (नागर) 24 फरवरी को हुए सीवियर ब्रेन हेमरेज के उपरांत मेदांता हॉस्पिटल में उपचाररत थीं। 25 फरवरी को संभावित ब्रेन डेथ की जानकारी परिवारजनों को देने के उपरांत परिवार ने स्वप्रेरणा से अंगदान की इच्छा जाहिर की। इसके बाद नियम अनुसार चार चिकित्सक दल द्वारा 26 फरवरी को दोपहर 3 बजे प्रथम ब्रेन डेथ जांच एवं दूसरी ब्रेन डेथ की जांच आज सुबह 9 बजे हुई।
वैशाली की एक किडनी मेदांता हॉस्पिटल में उपचाररत 50 वर्षीय महिला, दूसरी किडनी शेल्बी में उपचाररत 37 वर्षीय पुरुष एवं लिवर चोइथराम हॉस्पिटल में उपचाररत 64 वर्षीय पुरुष को प्रत्यारोपण हेतु ग्रीन कॉरिडोर बनाकर भेजे गए।
पहला ग्रीन कॉरिडोर मेदांता हॉस्पिटल से चोइथराम हॉस्पिटल के लिए 8 बजे प्रारंभ हुआ, जो 8:17 पर पहुंचा। दूसरा ग्रीन कॉरिडोर मेदांता हॉस्पिटल से शेल्बी हॉस्पिटल के लिए 8:17 बजे निकला, जो 8:25 बजे पहुंचा। इस तरह अभी तक शहर में 52 बार ग्रीन कॉरिडोर बन चुके हैं।