खजराना गणेश को प्रतिवर्ष बांधी जाने वाली विश्व की सबसे बड़ी राखी इस वर्ष भी 31 अगस्त को सुबह ब्रह्ममुहूर्त में बांधी जाएगी। 20 वर्षों से निरंतर चली आ रही खजराना गणेश को बांधी जाने वाली राखी को गोल्डन बुक आॅफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी स्थान प्राप्त हो चुका है। इस वर्ष खजराना गणेश को बांधी जाने वाली राखी की थीम भारत की उपलब्धियों को दर्शाई जाएगी। पुंडरिक पालरेचा एवं शांतु पालरेचा ने बताया कि खजराना गणेश मंदिर के साथ ही इंदौर के अति प्राचीन 10 मंदिरों पर भारत की उपलब्धियों की थीम पर तैयार की गई राखी बांधी जाएगी।
राखी की ये हैं विशेषताएं
’ राखी हैंडवर्क से बनाई गई है। इसमें सलमा, सितारा, नग-नगीने व जरदोसी के साथ ही आर्टिफिशियल फ्लॉवर हैं।
’ राखी में दुनिया के साथ ही भारत का मानचित्र, चंद्रयान-3, नया संसद भवन, वंदे भारत, राष्ट्रीय चिह्न एवं राजदंड सेंगोल की हूबहू प्रतिकृति बनाई गई है।
’ पोशाकों को भी नग-नगीनों से तैयार किया है। भगवान की सूंड, आंखें, त्रिशूल के साथ ही गणेश परिवार की पोशाक तैयार की गई है।
’ इंदौर के 10 अति प्राचीन मंदिरों के लिए भी 24 से 36 इंच की भारत की उपलब्धियों को दर्शाती राखी तैयार की गई है।
’ रक्षाबंधन के पर्व पर एक साथ-एक समय पर सभी मंदिरों में बांधी जाएगी।