अगस्त के महीने में मानसून ब्रेक होने से भोपाल में 9 दिन बारिश नहीं हुई। बाकी बचे 9 दिन में सिर्फ ढाई इंच पानी गिरा। भोपाल से सटे सीहोर जिले में भी बारिश थमी रही। इसके चलते भोपाल के जलस्रोतों में अब तक पानी नहीं भर सका है। राजधानी की लाइफ लाइन बड़ा तालाब 2.6 फीट खाली है। जबकि कलियासोत को 9 और केरवा डैम को 6 फीट पानी की जरूरत है। इतना पानी आने के बाद ही डैम के गेट खुल सकेंगे। भोपाल के पास कोलार डैम भी 14 फीट खाली है। कोलार के पानी से शहर की आधी आबादी की प्यास बुझती है। बड़ा तालाब की जलभराव क्षमता 1666.80 फीट है। पूरा भरने के बाद भदभदा डैम का गेट खुलता है। यहां से पानी कलियासोत डैम में पहुंचेगा। अगस्त में सीहोर जिले में भी अच्छी बारिश नहीं हुई। इसके चलते कोलांस नदी खाली है। और बड़ा तालाब में पानी नहीं पहुंच रहा है। शुक्रवार तक की स्थिति में बड़ा तालाब में 1664.20 फीट पानी है। इसलिए इसे पूरा भरने में 2.6 फीट की जरूरत है।
तीन डैमों का वॉटर लेवल……………
कोलार डैम: कोलार डैम का कुल वॉटर लेवल 1516.40 फीट है। अभी तक डैम में 1502.23 फीट पानी जमा है। हालांकि, डैम को फुल भरने में अभी पानी की जरूरत है। लेकिन कैचमेंट एरिया में तेज बारिश होने पर डैम के दो गेट जुलाई में ही खुल गए थे। बारिश कम होने के बाद गेट भी बंद कर दिए गए थे। कोलार को पूरा भरने में अभी भी 14 फीट पानी चाहिए।
केरवा डैम: डैम का कुल वॉटर लेवल 1673 फीट वाले केरवा डैम में अब तक 1666.30 फीट पानी जमा है। यानी डैम को पूरा भरने में अभी भी 7 फीट पानी की जरूरत है।
कलियासोत डैम: डैम का वॉटर लेवल 1649.77 फीट है। इस महीने डैम में ज्यादा पानी की आमद नहीं हुई। इसकी कुल जलभराव क्षमता 1659 फीट है। अभी भी यह 9 फीट से ज्यादा खाली है। हालांकि, बड़ा तालाब और फिर भदभदा के गेट खुलने के बाद कलियासोत डैम में पानी तेजी से बढ़ेगा।
ऐसा रहा बारिश का दौर
शहर में 18 में से 9 दिन बारिश नहीं हुई। 18 अगस्त को सबसे ज्यादा 17 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार, शहरी हिस्से में 1 अगस्त को 1.4 मिमी, 2 अगस्त को 0.8 मिमी, 3 अगस्त को 6.6 मिमी, 4 अगस्त को 16.2 मिमी, 5 अगस्त को 16.4 मिमी, 6 से 14 अगस्त तक बारिश नहीं हुई। 15 अगस्त को 2.8 मिमी, 16 अगस्त को 2.2 मिमी, 17 अगस्त को 0.3 मिमी और 18 अगस्त को 17 मिमी बारिश दर्ज की गई है।