शिमला के समरहिल में सोमवार हुए भूस्खलन के कारण निचली ओर बने शिवमंदिर और अन्य मलबे में दब गए। सोमवार को आठ शव निकाले गए। मंगलवार को फिर एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू आॅपरेशन तेज कर दिया। अभी तक चार और शवों को निकाल लिया गया है। अभी तक 12 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं। इसे देखते हुए ढाई हजार लोगों को विस्थापित किया गया है। हिमाचल प्रदेश में इस साल मानसून सीजन में 7500 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है, जबकि 327 लोगों की जान गई है। इनमें से 71 लोगों की मौत पिछले चार दिन में हुई है। राज्य सरकार ने केंद्र से 6600 करोड़ रुपए की मदद की मांग की है। समरहिल में एक ही परिवार के सात लोग भी लापता हैं। अपनों का अभी तक पता नहीं चलने से परिजन परेशान हैं। समरहिल में अभी भी कम से कम 20 लोग दबे हुए हैं। ये वो लोग हैं, जो शिवमंदिर में थे, लेकिन इसके अलावा रास्ते से निकल रहे कितने लोग भूस्खलन की चपेट में आए… उसकी जानकारी नहीं है। स्थानीय पार्षद ने यह जानकारी दी है। स्थानीय प्रशासन के अनुसार जब भूस्खलन हुआ तो मंदिर में पूजा का कार्य चल रहा था।