राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बाल स्वयंसेवकों ने प्रभावी पथ संचलन निकाला। अनुशासनबद्ध और कदमताल करते हुए इंदौर की सड़कों पर निकले इन बाल स्वयंसेवकों ने सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा। 155 स्थानों से निकले इस पंथ संचलन में 11500 स्वयंसेवकों ने उत्साह के साथ भाग लिया।
आरएसएस के बाल एवं एवं महाविद्यालयीन स्वयंसेवकों का रविवार को दो चरणों मे पथ संचलन निकला। महानगर के विभिन्न स्थानों से प्रात: 9 एवं सायं 4 बजे निकले पंथ संचलन में बाल स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में भारी उत्साह, ऊर्जा एवं अनुशासन के साथ सम्मिलित हुए। इन बाल एवं किशोर स्वयंसेवकों को देख समूचा वातावरण राष्ट्र भक्ति एवं गौरव के भाव से परिपूर्ण हो गया। अनेक स्थानो पर संचलन पर समाज जनों ने भाव विभोर होकर पुष्प वर्षा की तथा आत्मविश्वास एवं गौरव को मन ही मन अनुभूत किया। विगत एक माह से संचलन का परिश्रम पूर्वक अभ्यास करने वाले सभी स्वयंसेवकों के पंक्तिबद्ध एवं सधे हुए कदमताल का दृष्य अविस्मरणीय बन गया। इंदौर महानगर में 155 स्थानों से निकले बाल-संचलन में 11500 स्वयंसेवक सम्मिलित हुए जिसका कुल मार्ग लगभग 315 किमी रहा। साथ ही महानगर के सभी जिलों के महाविद्यालयीन संचलन 31 स्थानों से निकले जिसमें 3000 की संख्या रही तथा लगभग150 किमी मार्ग तय किया।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विजयादशमी उत्सव के निमित्त इन संचलनों में अधिकांशत: स्कूलों एवं महाविद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थी सम्मिलित हुए। संचलन के पूर्व वक्ताओं द्वारा दिए गए बौद्धिक में शताब्दी वर्ष में करणीय ‘पंच परिवर्तन’ एवं संघ कार्य के विस्तार एवं दृढ़ीकरण को लेकर चर्चा हुई।