बुधनी उपचुनाव में प्रबल दावेदारी के बावजूद टिकट न मिलने के बावजूद पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराजसिंह चौहान के बेटे कार्तिकेयसिंह चौहान खुश हैं। उनका कहना है कि मैंने कभी भी बुधनी विधानसभा सीट से टिकट की आकांक्षा नहीं की थी। कभी टिकट की मंशा से काम नहीं किया। बुधनी के लोगों तक पहुंचने के लिए टिकट की जरूरत नहीं है।
साल की शुरुआत में विदिशा लोकसभा सीट से जीतने वाले और केंद्रीय मंत्री बने शिवराजसिंह चौहान के इस्तीफे के बाद बुधनी विधानसभा सीट पर उपचुनाव की जरूरत पड़ी। कार्तिकेय बुधनी से टिकट के दावेदारों में से थे, इस सीट का प्रतिनिधित्व उनके पिता ने 2006 से लगातार पांच बार किया है। भार्गव के नामांकन के बारे में पूछे जाने पर कार्तिकेय ने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश में डबल इंजन की सरकार है। भार्गव को टिकट दिया जाता है तो यह ‘ट्रिपल इंजन’ बन जाता है, क्योंकि वह वरिष्ठ और अनुभवी नेता हैं। उन्हें (भार्गव को) मैदान में उतारना उचित है। हमने उनके नेतृत्व में कई चुनाव लड़े हैं, मेरे जन्म से पहले भी। वह एक अनुभवी नेता हैं। कार्तिकेय ने कहा कि वह भार्गव के लिए उसी तरह प्रचार करेंगे, जैसे- वह अपने पिता के लिए करते थे। उन्होंने कहा कि साथ मिलकर लड़ेंगे और जीतेंगे भी। बुधनी और विजयपुर विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव क्रमश: 13 नवंबर को होंगे और वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी।