शहर से गीला व सूखा कचरा शत प्रतिशत उठाने के लिए नगर निगम एक नवाचार करने जा रहा है। इसके तहत जोन स्तर पर घरों की लिस्टिंग की जा रही है। जो लोग गीली और सूखा कचरा अलग देते हैं, उनके घरों पर प्लस और जो मिक्स कचरा देते हैं, उनके घरों पर क्रास के निशान लगाए जा रहे हैं। वहीं, जो लोग किसी कारण से डोर-टू-डोर कलेक्शन वाले वाहनों को कचरा नहीं देते, उनके घरों पर माइनस के निशान लगाए जा रहे हैं।
…देख रहे कहां आ रही परेशानी
अभी यह व्यवस्था जोन क्रमांक एक में आने वाले घरों से शुरू की गई है। यदि यह योजना सफल रही, तो इसका पालन अन्य जोन में भी किया जाएगा। जोन क्रमांक एक के प्रभारी सहायक स्वास्थ्य अधिकारी रविकांत औदिच्य ने बताया कि अभी शहर में अधिकतर लोग गीला-सूखा कचरा एक साथ दे रहे हैं। वहीं कई घरों से कचरा भी नहीं उठ रहा है। अब इन घरों की लिस्टिंग की जा रही है, जिससे पता चल सके कि शत-प्रतिशत कचरा उठाने में परेशानी कहां आ रही है। इसके लिए जोन क्रमांक एक में स्थित सभी घरों का सर्वे किया जा रहा है। इसकी लिस्ट बनाई जा रही है।
जोन क्रमांक एक में शत-प्रतिशत घरों से कचरा उठाने के लिए डोर-टू-डोर कलेक्शन वाहन के साथ एक टीम साथ में जा रही है। जो कचरा अलग-अलग देते हैं, उनकी नाम लिस्ट में लिखने के बाद घर पर प्लस के निशाल लगा रहे हैं। जो कचरा नहीं देते, उनके नाम अलग रजिस्टर में लिखकर घर के सामने माइनस के निशान लगा रहे हैं। इसी प्रकार मिक्स कचरा देने वाले घरों के सामने क्रास के निशान लगा रहे हैं।
लोगों की करेंगे काउंसलिंग : रविकांत औदिच्य ने बताया कि जब हमारे पास मिक्स कचरा देने और नहीं देने वालों की लिस्ट तैयार हो जाएगी। तब उनके घरों पर जाकर मिलेंगे और उनकी काउंसलिंग करेंगे। डोर-टू-डोर कलेक्शन वाले वाहन को ही कचरा देने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इस प्रक्रिया में एक महीने का समय लगेगा।