आबकारी नीति और नियम की खुलेआम उड़ाई धज्जियां शराब ठेकेदार का लायसेंस किया जाना चाहिए निरस्त……..
आदर्श आचार संहिता और मतदान के दिन भी देपालपुर के श्री जी होटल और मंगलवारियां हाट मैदान में ठेकेदार के कमिशन एजेंट बे रोक टोक शराब कारोबार करते रहें लेकिन ना आबकारी की टीम पहुंची और ना ही पुलिस यांह तक कि चुनावी उड़नदस्ता भी यहां नहीं पहुंच पाया…..
हिन्दुस्तान मेल में प्रकाशित हुई अवैध शराब बिक्री की ख़बर पर दबी जुबान लोग चाय पर चौराहों पर यहां तक बोल गए की इस प्रकार का अवैध कारोबार कभी नहीं देखा जीतना अभी देखने को मिल रहा है क्षेत्र में आदर्श आचार संहिता है चुनावी माहौल चल रहा है पुलीस पैट्रोलिंग कर रही है और नगर में शराब खुल्ले आम बिक रही है और शासन प्रशासन मूक दर्शक बन सब खुली आंखों से देख रहा है और कोई जनप्रतिनिधी इस और विरोध तक नहीं कर रहा
ज़िला आबकारी कार्यालय और कलेक्टर महोदय के आदेश भी यहां के शराब ठेकेदार के सामने कुछ मायने नहीं रखते ……………
सूत्रों कि माने तो इस बार नए शराब ठेकेदार को एक स्थानीय भाजपा नेता का सपोर्ट है जो वो विधायक के अति करीबी माना जाता हैं नाम नहीं छापने की शर्त पर पार्टी से जुड़े एक कार्यकर्त्ता ने बताया कि इस बार विधानसभा चुनाव में तन मन धन से काम करने वाले चुन्निदा लोगों मै से को यह तोहफ़ा मिला है और बे रोक टोक यह अवैध शराब कारोबार लाइसेंसी ठेकेदार की सांठ गांठ से खुल्ले आम चल रहा है जबकि ज़िला आबकारी अधिकारी का यह आदेेश पड़ कर लग रहा है कि शराब ठेकेदार ने कलेक्टर के आदेश की खुलेआम अव्हेलना की……………