दमोह जिले के गैसाबाद थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव में मध्यांचल ग्रामीण बैंक में हुई 40 लाख से ज्यादा की लूट के आरोपियों को पुलिस ने महज 7 घंटे में ही गिरफ्तार कर लिया है। लूट की प्लानिंग चौकीदार ने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर की थी।
षडयंत्र में शामिल चौकीदार ने ही दी थी पुलिस को सूचना : मंगलवार रात करीब 8 बजे बैंक के चौकीदार ने पुलिस को सूचना दी कि बैंक में पांच नकाबपोश बदमाशों ने हमला किया और उसे घायल कर बैंक के रुपए लूट कर ले गए हैं। सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई। दमोह एसपी श्रतकीर्ति सोमवंशी खुद मौके पर पहुंचे। इस दौरान बैंक से लूट कर भाग रहे आरोपियों के हाथ से 100 के नोटों की दो गड्डियां बैंक के बाहर नाली में भी गिर गई, जिन्हें पुलिस ने जब्त कर लिया। भागते समय आरोपी बैंक के सीसीटीवी की हार्ड डिस्क भी साथ में ले गए, इसलिए कोई फुटेज पुलिस के पास नहीं थे, लेकिन बाद में पुलिस को चौकीदार पर संदेह हुआ। जब रात में उससे पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
एसपी सोमवंशी ने बताया कि बैंक के सभी कर्मचारियों के घर चले जाने के बाद आरोपी चौकीदार ने अपने दो दोस्तों को बैंक में बुलाया और लूट की घटना को अंजाम दिया। जब उन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और उनसे पूछताछ की, तो उन्होंने बताया कि उन तीनों ने मिलकर पहले से पूरी प्लानिंग की थी कि किस तरह बैंक को लूटेंगे।
चौकीदार ने शरीर पर बनाए घाव के निशान : प्लानिंग में शामिल बैंक के कर्मचारी(चौकीदार) ने खुद अपने शरीर पर कटर से घाव के निशान बनाए, ताकि पुलिस को उसे पर संदेह ना हो। इसके अलावा उसने तीन की जगह पांच आरोपियों के घटना में शामिल होने की बात बताई, ताकि पुलिस गुमराह होती रहे। लेकिन पूछताछ में उसने इस षड्यंत्र को कबूल कर लिया। आरोपी चौकीदार ने पुलिस को यह भी बताया कि बैंक के मैनेजर बैंक में ही लॉकर की चाबी छोड़कर चले गए थे, ताकि पुलिस को मैनेजर पर संदेह हो।
पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। रात तक पुलिस को यह बताया जा रहा था कि 40 लाख रुपए की लूट हुई है, लेकिन पुलिस ने आरोपियों से 42 लाख रुपए रिकवर किए हैं। रात 8 बजे हुई इस घटना से जुड़े आरोपियों को पुलिस ने सुबह 3 बजे अपनी गिरफ्त में ले लिया।