इजरायल-हमास युद्ध के बीच गाजा के राफा शहर में हमले की चपेट में आने से संयुक्त राष्ट्र के लिए काम करने वाले रिटायर्ड भारतीय कर्नल वैभव अनिल काले की मौत हो गई। भारतीय सेना से रिटायर्ड काले रफाह के यूरोपियन हास्पिटल में संयुक्त राष्ट्र की ओर से सुरक्षा कार्यों के लिए तैनात थे। वे संयुक्त राष्ट्र के ही वाहन में सवार थे। उनका इंदौर से भी नाता रहा है। आईआईएम इंदौर में पढ़ाइ की। महू इन्फेंट्री कॉलेज में कोच रहे।
काले के सोशल मीडिया मंच लिंक्डइन पर दी गई जानकारी के मुताबिक वह अप्रैल 2004 में भारतीय सेना में शामिल हुए थे। उन्होंने 2009 से 2010 तक संयुक्त राष्ट्र में मुख्य सुरक्षा अधिकारी के तौर पर सेवाएं दीं। काले के नागपुर के रहने वाले थे। उन्होंने स्कूली पढ़ाई सोमलवार उच्च माध्यमिक स्कूल से की। उन्होंने दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से बिहेवियरल साइंस और अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून में ग्रैजुएशन किया था। आईआईएम इदौर और लखनऊ से भी पढे।
काले अकादमी में 97वें कोर्स के नवंबर स्क्वाड्रन से थे। 1999 में एनडीए से पासआउट हुए थे। आईएमए से पासआउट होने के बाद उन्हें 2000 में भारतीय सेना में शामिल किया गया था।काले महू में सेना के इन्फैंट्री स्कूल में कोच भी रह चुके हैं।