इंदौर। मध्यप्रदेश की आईटी सिटी इंदौर में मौजूद क्रिस्टल आईटी पार्क और अतुल्य आईटी पार्क में कई साल पहले ही जगह फुल हो गई थी। जिसके चलते नए निवेश के लिए आईटी कंपनियों को स्थान उपलब्ध नहीं हो पा रहा था। इसे देखते हुए क्रिस्टल आईटी पार्क के पास खाली 5.89 एकड़ जमीन पर रेडी टू स्टार्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर के तहत आईटी पार्क- 3 बनाने का निर्णय लिया गया। लंबे समय इस प्रोजेक्ट को अटकने के बाद आखिरकार 14 सितम्बर 2023 को प्रधानमंत्री मोदी ने आईटी पार्क 3 का आॅनलाइन शिलान्यास व भूमिपूजन किया। 424 करोड़ रुपए की लागत से इसका निर्माण कार्य मप्र औद्योगिक विकास निगम (एमपीआइडीसी) द्वारा किया जा रहा है। दिसंबर 2025 तक इस आईटी पार्क को पूरी तरह से तैयार कर संचालन प्रारम्भ करने का लक्ष्य तय किया गया है। लेकिन 6 माह में इसका मात्र 10 फीसदी काम ही पूरा हो सका है जबकि इस अवधि तक 20 फीसदी निर्माण कार्य पूरा हो जाना चाहिए था। यदि निर्माण कार्य की यही स्थिति रही तो 75 मीटर ऊंची 19 मंजिला (2 बेसमेंट और ग्राउंड फ्लोर) इस आईटी पार्क 3 की बिल्डिंग का तय समय सीमा में बनना मुश्किल है। हालांकि एमपीआइडीसी की एग्जीक्यूटिव इंजीनियर और आईटी पार्क 3 के निर्माण की प्रभारी उमा शर्मा का दावा है कि इसका निर्माण तय समय से पहले ही पूरा कर लिया जाएगा।
दो मंजिलों पर होगा डेटा सेंटर
यहां दूसरे और तीसरे माले पर डेटा सेंटर तैयार किया जाएगा। बिल्डिंग में 24 घंटे पावर बैकअप और सीसीटीवी सर्विलांस होगा। यहां सोलर पैनल से स्ट्रीट लाइट रोशन होगी। इसके अलावा आईटी पार्क-3 में 18 लिफ्ट भी रहेंगी।
फ्लाय एश से बनी ईटों का हो रहा इस्तेमाल
एमपीआइडीसी द्वारा इस इमारत को ग्रीन बिल्डिंग अवधारणा के तहत तैयार किया जा रहा है। इनके निर्माण में फ्लाय एश से बनी ईटों का इस्तेमाल हो रहा है। दिन में प्रकाश व वेंटीलेशन का भी विशेष ध्यान रखें जाने की बात एमपीआइआईडीसी अधिकारियों ने कही है। वर्तमान में अतुल्य आइटी पार्क की इमारत ही ग्रीन ब्रिल्डिंग अवधारणा पर बनी हुई है।