राम नवमी के दिन श्रृदधालु अब एक और अद्भुत घटना के साक्षी बनेंगे। यहां 17 अप्रैल दोपहर 12 बजे सूर्यवंशी भगवान राम के मस्तक पर स्वयं सूर्यदेव तिलक करेंगे। राम मंदिर में सूर्य अभिषेक का सफल परीक्षण किया गया है। यहां दर्पण के जरिए भगवान के मस्तक पर सूर्य ने तिलक किया है।
रामलला के दर्शन के लिए रोजाना 1 से 1.5 लाख श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। इसमें करीब 1 लाख विदेशी पर्यटक हैं। रामनवमी पर 40 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। राम नवमी पर 16, 17, 18 अप्रैल यानी तीन दिन तक राम मंदिर को 24 घंटे खोलने का फैसला पहले ही किया जा चुका है। रामनवमी को भगवान राम के ललाट की शोभा सूर्यदेव बढ़ाएंगे। राम जन्मोत्सव के मौके पर लगभग 4 मिनट तक भगवान सूर्य रामलला का तिलक करेंगे।
ऐसे होगा सूर्याभिषेक…
ल्ल सूर्य की किरणों को पहले अलग-अलग 3 दर्पणों के जरिए अलग-अलग एंगल में डायवर्ट किया जाएगा।
ल्ल फिर इन किरणों को पीतल की पाइपों के जरिए आगे गुजारा जएगा। पीतल की पाइपों में क्षरण कम होता है, इसीलिए इस धातु का इस्तेमाल किया गया है।
ल्ल उन किरणों को लेंस के जरिए सीधे राम लला के मस्तिष्क पर डायवर्ट किया जाएगा।
ल्ल यह पूरी प्रक्रिया 4 मिनट चलेगी।