शहर में 4 साल से तीन बस स्टैंड के निर्माण चल रहे हैं। नादरा बस स्टैंड पर दुकानें बन रही हैैं। आरिफ नगर में बैरसिया रोड की तरफ जाने वाली बसों के लिए बस स्टैंड बन रहा है और विद्या नगर पर भी एक छोटा आईएसबीटी बन रहा है, ताकि होशंगाबाद रोड की तरफ आने वाली बसों को वहां रोका जा सके, लेकिन तीनों जगहों पर काम की गति इतनी धीमी है कि अगले दो साल और प्रोजेक्ट पूरे होते नजर नहीं आ रहे। नतीजा यह है कि शहर में बस से रोजाना यात्रा करने वाले 20 हजार लोग तो परेशान होते ही हैं… हमीदिया रोड और बैरसिया रोड पर रोजाना जाम भी लग रहा है।
नादरा बस स्टैंड
नादरा पर बस स्टैंड की दुकानों का काम चल रहा है। यहां 4 करोड़ 84 लाख रुपए से पुरानी दुकानों को तोड़कर नई 139 दुकानें बनाई जा रही हैं। नादरा पर खड़ी होने वाली बसों को आरिफ नगर शिफ्ट किया जाएगा। इसके बाद यहां लो फ्लोर बसों की पार्किंग का इंतजाम भी किया जाएगा। जब तक आरिफ नगर बस स्टैंड का काम पूरा नहीं हो जाता है, तब तक बसें नादरा पर ही खड़ी होंगी। यहीं से सिर्फ विदिशा के लिए परमिट के हिसाब से अधिकृत 35 बसें चलना चाहिए। असलियत यह है कि रात में इंदौर की कई बसें भी यहीं से चलती है। इसके अलावा पुतली घर से चलने वाली कई रूट की बसें भी यहीं से चलाई जा रही हैं। नादरा बस स्टैंड पर अभी 160 बसें आती हैं और यहां से साढ़े छह हजार से अधिक यात्री रोज यात्रा करते हैं।
आरिफ नगर बस स्टैंड
आरिफ नगर बस स्टैंड पर फेस-1 में बसों के खड़े होने के लिए प्लेटफॉर्म बनाया जा चुका है। फिलहाल फेस-2 का काम जारी है। फेस-2 का काम 10 करोड़ रुपए से पूरा होना है। यहां यात्रियों को 150 बसों की सुविधा मिलेगी, साथ ही एक समय पर 150 यात्रियों के लिए वेटिंग हॉल की सुविधा रहेगी। स्टैंड में दुकानें और 4 सुलभ शौचालय बनाने का काम पूरा हो गया है। अभी यात्री प्रतीक्षालय, टिकट काउंटर और पुलिस कंट्रोल रूम के लिए टर्मिनस बिल्डिंग तैयार की जा रही है। बिल्डिंग को तीन भागों में बनाया जा रहा है। इनमें से एक हिस्से का काम हो चुका है। दूसरे पर छत डाली गई है। तीसरे पर अभी छत डालने का काम बाकी है। काम को पूरा करने की डेडलाइन 31 अप्रैल तय की गई है। तीसरे फेस में यहां पर छूट गई खाली जगहों पर लगभग 4 करोड़ से रोड का निर्माण किया जाएगा। साथ ही सभी सड़क को मेन रोड से जोड़ा जाएगा। बस स्टैंड का पूरा होने के बाद नादरा की बसें भी यहीं शिफ्ट होंगी।
विद्यानगर
यहां दो फ्लोर की बेसमेंट पार्किंग केलिए दो बिल्डिंग बनाई जा रही हैं, साथ ही इनमें दो फ्लोर ऊपर दुकानों के लिए बनाए जाने हैं, जिसका एक बिल्डिंग का काम पूरा हो चुका है, वहीं दूसरी बिल्डिंग में अभी तक सिर्फ बेसमेंट पार्किंग तक का ही काम पूरा हो पाया है। इसके अलावा यात्रियों की सुविधा के लिए टिकट काउंटर, प्रतीक्षालय और पुलिस सुविधा केंद्र के लिए बिल्डिंग तैयार हो चुकी है। इसमें बस अंदर की फिनिशिंग का काम बचा हुआ है।
समय सीमा तय करना चाहिए
बढ़ते हुए शहर के लिए अलग-अलग इलाकों में नए बस स्टैंड की प्लानिंग तो अच्छी है, लेकिन प्रोजेक्ट प्लानिंग में समय सीमा भी तय होना चाहिए। लंबे समय तक काम पूरा नहीं होने से कई बार जरूरतें ही बदल जाती हैं। भोपाल में यह प्रोजेक्ट धीमा चलने की एक बड़ी वजह जमीन से संबंधित विवाद और एजेंसियों के पास फंड की कमी होना भी है।