मालीखेड़ी में नगर निगम की ओर से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सिंग्लेक्स मकानों की कवर्ड कैंपस कॉलोनी विकसित की गई है। दो दिन पहले मालीखेड़ी गांव और बस्ती की ओर वाला गेट कॉलोनी वालों की ओर से बंद किया गया था। बस्ती वाले उक्त रास्ते को 50 साल से भी अधिक पुराना रास्ता बताते हुए खोलने की मांग कर रहे हैं।
कल सुबह करीब 11 बजे भारी तादात् में जुटे लोगों ने मिलकर न सिर्फ गेट का ताला तोड़ दिया, बल्कि गेट भी उखाड़ दिया। मौके पर क्षेत्रीय पार्षद विकास पटेल भी पहुंच गए थे। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच मारपीट हो गई। विवाद बढ़ा तो छोला मंदिर थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर काउंटर प्रकरण दर्ज किया है।
50 साल पुराना रास्ता
रोक रहे… आरोप
पार्षद विकास पटेल का कहना है कि कॉलोनी से सटी बस्ती में करीब 400 परिवार रहते हैं। इनका दावा है कि सालों से हम लोगों का आना-जाना इसी रास्ते है। जब कॉलोनी का निर्माण शुरू हुआ तो लोगों ने इसका विरोध किया था। तब कहा गया था कि रास्ता सभी के लिए खुला रखा जाएगा, लेकिन नवरात्र के दौरान रास्ता बंद किया गया है, जबकि मंदिर जाने का यही रास्ता है। रास्ता बंद होने से लोगों को दो किमी का लंबा चक्कर काटकर जाना पड़ रहा है। मुझे लोगों ने बुलाया तो वहां पहुंचा था। इसके खिलाफ लोगों ने पुलिस में शिकायत की है।
विरोध किया तो मारपीट
रहवासी अनूप वर्मा ने बताया कि 350 मकानों की कवर्ड कैंपस कॉलोनी बनी है। जैसे-जैसे काम पूरा हो रहा है, लोग रहने आ रहे हैं… अभी 60 करीब परिवार यहां आ चुके हैं। जिस रास्ते को लेकर विवाद हुआ, वह कॉलोनी के अंदर से गुजरता है। इस पर जो गेट लगा है, वह काम करने वालों के लिए खुला रखा गया था। निर्माण पूरा हुआ तो उसे बंद किया गया है। इसको लेकर लोग विरोध कर रहे हैं। इन लोगों ने गेट ही तोड़ दिया। रहवासी रोकने पहुंचे तो मारपीट की। अगर कॉलोनी के अंदर से रास्ता गुजरेगा तो कवर्ड कैंपस होने का क्या फायदा? हमने इसकी शिकायत पुलिस से की है।
दोनों ओर से प्रकरण दर्ज
कवर्ड कैंपस के अंदर से बस्ती वाले रास्ता मांग रहे हैं, जबकि उनके लिए आम रास्ता अलग से दिया गया है। चूंकि, दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई है, इसलिए दोनों की ओर से प्रकरण दर्ज किया गया है।
- सुरेशचंद्र नागर, छोला मंदिर थाना