चोरों के द्वारा तों की गई लूटपाट की घटना सुनने में आती थी पर अब तो पैसों की चाहत में बर्खास्त जवान के द्वारा भी लुटपाट जेसी घटनाएं सामने आने लगी है मामला गरोठ थाने के गांव साठखेड़ा का बताया जा रहा है यहां के तीन युवकों के साथ बर्खास्त जवान गोरव तथा उसके साथियों द्वारा मारपीट कर लूटपाट की घटना को अंजाम दिया गया। तथा घटना की कहानी शिकायत करने पर एनडीपीएस एक्ट के मामले में फंसा कर झूठी कायमी करने तक की धमकी दी गई। उक्त घटना के संबंध में तीनों युवकों ने परिवारजनों के साथ पुलिस अधीक्षक मंदसौर को आवेदन देकर कारवाई की मांग कि गई थी।
क्या है मामला
फरियादी विजय मीणा ने बताया कि मैं व मेरे दोस्त व विष्णु राजेन्द्र मीणा विशाल हिरालाल मीणा निवासी साठखेड़ा 9 अप्रैल को परिवार के विवाह कार्यक्रम था हम तीनों विवाह व्यवस्था में लगे हुए थे, रात करीब 12:30 बजे करीब 4 व्हीलर वाहन हमारे पास आकर रुके स्कॉर्पियो व बोलोरो में गोरव सहीत करीब 10 से 12 व्यक्ति सादे कपड़ों में आकर हमको पकड़ कर हमारे साथ मारपीट करने लग गये तथा हमको जबरन उनके वाहनों में बेठा लिया। बर्खास्त जवान गौरव तथा उसके साथियों द्वारा मारपीट करते हुए जावरा आफीस पर ले गये जहां बहुत सारे वाहन खड़े हुए थे। वहां इन सभी व्यक्तियों ने हमारे साथ मारपीट कि गई तथा हमारे पास से मोजुद रुपये छिन लिए गये इनकी मारपीट करने के कारण मेरे सिर में गंभीर चोट लगी जिसके कारण सिर में से खुश बहनें लगा। हमने गोरव तथा उसके साथियों से मारपीट का कारण पुछा तो ओर मारपीट करने लगे व कहा की तुम्हारे पास करीब 80000 रु ही है ओर रुपये कहा है ओर रुपये लाकर दो तो तुम्हारे साथ मारपीट नहीं करेंगे। रुपये नहीं दिये तो तुमको जान से मार देंगे। हम लोग काफी डर गये तथा हाथ पांव जोड़ने लगे, कहा की हमारे यहां विवाह समारोह चल रहा है यह रुपए विवाह व्यवस्था के लिए हैं ओर हमारे पास रुपए नहीं हैं आप हमें छोड़ दो पर गोरव ओर उसके उसके साथियों ने पुरी रात हमारे साथ मारपीट करते रहे सुबह करीब पांच बजे हमे चोट के कारण सिविल अस्पताल जावरा लाकर हमारा ईलाज करवाया जहां चिकित्सकों द्वारा चोट का कारण पुछने पर गिर जाने का कारण बताया गया। क्योंकि गौरव उनके साथियों द्वारा डरा धमका कर हिदायत दी गई थी की कुछ भी बताया तो तुम्हारे विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट का प्रकरण बना कर उसमे फंसा दगे। तथा कोरे कागज पर हमारे हस्ताक्षर करवाए फरियादी के आवेदन पर उक्त घटना के संबंध में बर्खास्त जवान गोरव तथा उसके साथियों पर 364, 386 , 387 , 323 34 भादवी में प्रकरण दर्ज कर लिया गया है।
उक्त ममले में वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान के बाद बर्खास्त जवान गोरव तथा उसके साथियों के विरुद्ध अपहरण लूटपाट जैसी गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया गया है यह घटना चिंताजनक भी है वह प्रशासन पर कई सवाल खड़े करती है।