भोपाल में सोमवार रात 50 लाख रुपए और जेवरात की डकैती डालने वाले पांचों आरोपी 14 अप्रैल तक रिमांड पर हैं। उन्होंने पूछताछ में कई खुलासे किए हैं। डकैती के मास्टर माइंड लक्ष्मणसिंह कीर ने पूछताछ में बताया कि वह ड्राइवरी करके थक चुका था। ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह के परिवार के लाइफ स्टाइल से प्रभावित था। यही कारण था कि उसने जल्द अमीर बनने की चाहत में डाका डालने की योजना बनाई।
सबसे पहले प्लान बनाया। फिर टीम के मैंबरों की तलाश शुरू की। इसके लिए गांव के बेरोजगार लड़कों को टारगेट किया। उन्हें सपना दिखाया कि एक ही वारदात के बाद इतना माल मिल जाएगा कि आगे की जिंदगी बेहतरी के साथ जी सकेंगे। यही नहीं, महंगी शराब पीने और लग्जरी गाड़ियों से घूमने के शौक भी पूरे किए जा सकेंगे। सटीक प्लानिंग से वारदात को अंजाम देंगे कि कभी पकड़े नहीं जा सकेंगे। लक्ष्मण ने पुलिस को बताया कि वह 3 महीने से ज्ञानेंद्र के घर डकैती की योजना बना रहा था। इसके लिए उसने अपने 16 साल के चचेरे नाबालिग भाई को तैयार कर लिया। उससे घर की सही जानकारी देने के लिए कहा था, जिससे आसानी से वारदात को अंजाम दिया जा सके।
सोमवार सुबह जैसे ही पता चला कि शाम को पूरा परिवार बर्थ-डे मनाने जाने वाला है। इस दौरान कई घंटों के लिए घर खाली रहेगा। पहले से तैयार प्लान पर काम शुरू कर दिया गया। परिवार नाबालिग को भी साथ ले जाना चाहता था, लेकिन उसने बहाने बनाकर साथ जाने से इनकार कर दिया। इस वजह से घर से निकलने से पहले परिवार ने सभी नौकरों को खाना खिलाया था।
मिले हैं अहम् सुराग…
शाहपुरा थाना प्रभारी भूपेंद्र कौल संधु ने बताया कि मामले में 5 आरोपी अब भी फरार हैं। उनकी तलाश में क्राइम ब्रांच की एक और थाने की 2 टीमों ने नर्मदापुरम, रायसेन और सीहोर जिले में दबिश दी है। उनके अहम् सुराग मिले हैं। पुलिस की टीमें लगातार लोकेशन के आधार पर तलाश में जुटी हुई हैं।