हिन्दुस्तान मेल,
इंदौर। लोकसभा में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पेश होेने से लेकर नोटिफिकेशन होने के बीच पाकिस्तान से आए चार हजार से अधिक सिंधी समाज के लोगों को इंदौर में नागरिकता मिली है। अब भी 17 हजार ऐसे हैं जिनके पास नागरिकता नहीं है। कई के आवेदन पेंडिंग है। कोई 12 साल की पात्रता के दायरे में नहीं आया। 5 से 7 हजार ऐसे हैं जो लांग टर्म विजा (एलटीवी) पर आए थे लेकिन अर्से से उन्होंने अपना एलटीवी अपडेट नहीं कराया।
सीएए की जो अधिसूचना से सिंधी समाज खुश है। समाज ने जश्न मनाया। सिंधी समुदाय की जैकमाबाद पंचायत इंदौर में है। पंचायत के महासचिव कमल कस्तुरी ने बताया कि सिंधी समाज के लोगों को नागरिकता नियमित रूप से मिलती रही है। 2019 से 2024 के बीच तकरीबन 4500 लोगों को हमने नागरिकता दिलाई है। तकरीबन 4 हजार लोग 2019 के बाद दोबारा पाकिस्तान जा चुके हैं। ये लोग घुमने आए थे।
डॉ.जयकुमार परियानी ने बताया कि 2019 से अब तक इंदौर में पाकिस्तान से 500 से अधिक परिवार आकर बसे हैं। जिनकी कुल संख्या तकरीबन 4 हजार के आसपास है। सीएए नोटिफिकेशन से इन्हें भी फायदा होगा। हमने पंचायत में एक व्यक्ति की नियुक्त कर रखी है जिसके पास नागरिकता के लिए आवेदन किया जा सकता है।
एलटीवी पर आए…बस गए…
पाकिस्तान से आने वालों को लांग टर्म वीजा दिया जाता है। जिसकी अवधि 2 साल रहती है। मतलब 2 साल बाद उसे फिर अपडेट कराना पड़ता है। ऐसा 12 साल तक कराना पड़ता है। 12 साल के बाद नागरिकता का पात्र हो जाता है। इंदौर में अब 5 हजार से अधिक ऐसे लोग हैं जिनका एलटीवी अपडेशन जारी है। अभी किसी को 8 साल हुए हैं तो किसी को 10 साल। इसीलिए वे अभी पात्र नहीं है।
कई गैरकानूनी भी रह रहे हैं
पाकिस्तान से आए समाज के ऐसे लोगों की संख्या भी ज्यादा है जो एलटीवी पर आए थे। एक-दो बार अपडेट कराया। उसके बाद कोई अपडेशन नहीं। बरसों हो गए उन्हें यहां रहते-रहते। ऐसे लोगों की संख्या इंदौर में 8 हजार से अधिक बताई जा रही है।