यदि आप भोपाल रेलवे स्टेशन जाएं, तो खाने-पीने का सामान अपने साथ लेकर जाएं। अन्यथा परेशान होंगे। कुछ महीने पहले इस एंट्री पर रेल रेस्टोरेंट खुला था परंतु अब वह बंद हो चुका है। वहीं, नई बिल्डिंग के फर्स्ट फ्लोर पर अपेक्षित रिस्पांस नहीं मिलने से कोई भी कांट्रेक्टर फूड लाउंज शुरू नहीं करना चाहता।
भोपाल स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-6 पर कोई फूड स्टॉल, रेस्टोरेंट आदि की व्यवस्था नहीं होने पर रेलवे ने यात्रियों के लिए 5 लाख रुपए खर्च कर कोच रेस्टोरेंट शुरू करवाया था। लेकिन उसकी लोकेशन के कारण वह चला नहीं तो कांट्रेक्टर ने उसे सरेंडर कर दिया। बीच में रेल प्रशासन ने दोबारा उसे शुरू करवाने का प्रयास किया लेकिन करीब डेढ़ महीने पहले कांट्रेक्टर ने उसे बंद कर दिया। अब रेल अधिकारी जल्द ही रेल कोच रेस्टोरेंट एक बार फिर शुरू करवाने का दावा कर रहे हैं। आम दिनों में भोपाल स्टेशन का फुटफॉल करीब 65 हजार यात्री प्रतिदिन का है। वहीं, छह नंबर की ओर से करीब 40 हजार यात्री हर दिन आवागमन करते हैं। इस वजह से यहां पर रेस्टोरेंट या फूड प्लाजा अथवा होटल की जरूरत है। दूसरी ओर फूड प्लाजा बंद: उधर, प्लेटफॉर्म नंबर-1 की ओर खाने-पीने की अच्छी सुविधा के रूप में फूड प्लाजा संचालित होता रहा है। लेकिन करीब 8 महीने से वह भी बंद है। आईआरसीटीसी ने उसके लाइसेंस को भी सरेंडर करवा रखा है। नई बिल्डिंग में भी एग्जीक्यूटिव लाउंज या अन्य कोई सुविधा भी शुरू नहीं हो सकी है। इस मामले में सीनियर डीसीएम सौरभ कटारिया का कहना है कि रेल रेस्टोरेंट की लोकेशन में सुधार कर उसे फिर से शुरू करवाया जाएगा।