शहर में मंगलवार शाम अचानक मौसम का मिजाज बिगड़ गया। आसमान में घने काले बादल छा गए और ओले के साथ हुई करीब सवा घंटे की वर्षा और तेज आंधी से शहर में करीब दो दर्जन पेड़ धराशायी हो गए। गनीमत रही कि इससे कोई जनहानि नहीं हुई। हालांकि पीएचक्यू के सामने और रचना नगर समेत अन्य स्थानों पर पेड़ गिरने से रास्ता बाधित हो गया। वहीं एमपी नगर में एक बड़ा पेड़ नीचे खड़ी कार पर जा गिरा, जिससे कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। आंधी के कारण शहर की 350 कॉलोनी एवं मोहल्लों में शाम 4 से रात 9 बजे तक बिजली सप्लाई ठप रही।
इसके अलावा पुलिस आइटीआइ के पास, अरेरा कालोनी, व्यापम चौराहा, गांधी नगर नई बस्ती, नारायण नगर घर में, भाजपा कार्यालय, शारदा नगर, मारुति शोरुम मालवीय नगर, सिंधी कालोनी, खटलापुरा, एमपी नगर जोन टू, हाउसिंग बोर्ड कालोनी बागमुगालिया, सोनागिरी आदि क्षेत्रों में पेड़ गिरने की शिकायत प्राप्त हुई है।
मौसम विभाग के अनुसार दो तरफ से नमी आने के कारण शहर में गरज-चमक वाले बादल यानी सीबी क्लाउड बन गए थे। इनके बनने से गस्टी विंड से करीब 3 मिनट तेज आंधी चली।
कार पर गिरा 40 साल पुरान पेड़- जानकारी के अनुसार एमपी नगर जोन टू में यूनियन बैंक के सामने करीब 35 से 40 वर्ष पुराना एक पेड़ था। दोपहर में इसके नीचे एक कार खड़ी थी। तेज आंधी और बारिश शुरू होते ही यहां खड़ा पेड़ कार की छत पर जा गिरा, जिससे कार क्षतिग्रस्त हो गई। इसके कांच भी टूट गए। यह कार निहारिका गर्ग की बताई जा रही है। इनके पिता सुरेश गर्ग सुर शंकरा म्यूजिकल ग्रुप के डायरेक्टर एवं वरिष्ठ कर्मचारी नेता हैं। इस घटना के बाद उन्होंने प्रशासन से वृक्षों की छंटाई कराने की मांग की है।
पीएचक्यू के सामने खटलापुरा मंदिर के पास एक पुराना पेड़ गिर गया। जिससे दोनों ओर का रास्ता बंद हो गया। वहीं रचना नगर अंडरब्रिज के पास एक पेड़ गिरने से एमपी नगर जाने का रास्ता बंद हो गया। एक घंटे तक दोनों स्थानों पर सड़क जाम की नौबत रही, राहगीरों को लंबा घूमकर जाना पड़ा।
कॉलोनियों में छाया रहा अंधेरा- आंधी और वर्षा की वजह से शहर की 350 से अधिक कालोनियों में बिजली गुल हो गई। इंद्रपुरी, अयोध्या बायपास, आनंद नगर, भेल, अवधपुरी, कोलार रोड, परवलिया, बागमुगालिया समेत कई स्थानों पर बिजली के तार टूट गए थे। एमपी नगर, बिट्टन मार्केट, न्यू मार्केट, नबी बाग, बैरसिया रोड, सिटी एरिया में भी बिजली गुल रही। बारिश थमने के बाद बिजली आपूर्ति बहाल हो सकी।
एक और दो मार्च को फिर
बारिश की संभावना
भोपाल में फरवरी महीने में 9 साल बाद सबसे ज्यादा बारिश हुई है। मंगलवार को आधा इंच से ज्यादा यानी, 15 मिमी बारिश दर्ज की गई। इससे पहले वर्ष 2014 में पूरे महीने 1.9 इंच यानी, 47.9 मिमी बारिश हुई थी। जबकि 2018 के बाद बारिश नहीं हुई। इस हिसाब से 9 साल में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई, जबकि 5 साल बाद फरवरी में बारिश होने का रिकॉर्ड भी टूट गया। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मार्च में भी मौसम बदला रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार 29 फरवरी और 1 मार्च को दो वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव हो रहे हैं। जिसका असर भोपाल में भी देखने को मिलेगा। इसलिए 28 मार्च से 2 अप्रैल के बीच यहां का मौसम बदला रहेगा। 1 मार्च को गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। पूरे शहर में बारिश होने की संभावना है। वहीं 2 मार्च को भी मौसम बदला रहेगा। बैरसिया क्षेत्र में हल्की बारिश भी हो सकती है। बाकी जगहों पर बादल रहेंगे।