Hindustanmailnews

कैंसर के विरुद्ध लड़ाई की पहली सीढ़ी इलेक्ट्रो होम्योपैथी: डॉ. अजय हार्डिया

देवी अहिल्या कैंसर केयर फॉउंडेशन द्वारा विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर रविवार को इंदौर के राजवाड़ा से महात्मा गांधी स्टैचू रीगल स्क्वायर तक जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। इस जागरूकता रैली में देवी अहिल्या नर्सिंग कॉलेज एंड एसोसिएटेड हॉस्पिटल के तकरीबन सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने भी हिस्सा लिया।
आपको बता दें, मशहूर कैंसर रोग विशेषज्ञ देवी अहिल्या कैंसर हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. अजय हार्डिया इस जागरूकता रैली के दौरान सरकार को सख्त संदेश देते नजर आये, डॉ. हार्डिया इस विश्व कैंसर दिवस पर ह्यसरकार सावधान! आगे कैंसर है के संदेश के साथ देशवासियों के समक्ष कैंसर बीमारी के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि संविधान की सेवा के लिए हमारी सरकारें शपथ लेती हैं, उसी संविधान के पन्नों में ‘स्वास्थ्य का अधिकार’ का जिक्र है, मगर दु:ख की बात है कि इसके विपरीत सरकार और सिस्टम के सहयोग से ही शराब, सिगरेट, बीडी, तम्‍बाकू, सुपारी, पान मसाला, गुटका का बाजार लगाया जा रहा है जिससे लोगों को कैंसर हो रहा है। इसके लिए सरकार को सावधान होने की जरूरत है। डॉ. हार्डिया ने कड़ी आलोचना करते हुए सरकार से सवाल किया कि आखिर कब तक हम अपने भारत मां के सपूतों को यूँ ही जान गंवाते हुए देखते रहेंगे? इस दौरान कैंसर के बेहतर इलाज के बारे में जानकारी देते हुए डॉ. अजय हार्डिया ने कहा कि हमें इस बात को सुनिश्चित करना होगा कि कैंसर के विरुद्ध लड़ाई की पहली सीढ़ी इलेक्ट्रो होम्योपैथी है। जिसके लिए मध्य प्रदेश सरकार और केंद्र की सरकार से अपील करना चाहूंगा कि वे इलेक्ट्रो होम्योपैथी में शोध करने में असमर्थ हैं तो देवी अहिल्या हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर विजिट करें और इलेक्ट्रो होम्योपैथी के बारे में मौजूदा तमाम अनुसंधान व् शोध सम्बन्धित तथ्यों को परखकर इलेक्ट्रो होम्योपैथी को सिस्टम आॅफ मेडिसीन में मान्यता देने के लिए पहल करें। जागरूकता रैली के दौरान देवी अहिल्या कैंसर केयर फॉउंडेशन की निदेशिका डॉ. मनीषा शर्मा ने कहा कि हमें अपने भारत के लिए सतर्क रहने की जरूरत है। देश के प्रधानमंत्री से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में बाजार का हिस्सा बने उन सभी नशीले पदार्थों पर रोक लगाएं जो इस वक्त कैंसर का मुख्य कारक के रूप में नजर आ रहा है। इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति के मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रो होम्योपैथी में की गई शोध अब कैंसर जैसी बीमारी को मात दे रहा है, मगर सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस दिशा में किसी भी तरह की पहल नहीं की जा रही है, जिससे इस वक्त लाखों मरीजों को कैंसर से होने वाले असहनीय दर्द व् अन्य तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है।
आगे उन्होंने कहा कि देवी अहिल्या कैंसर हॉस्पिटल इंदौर इस वक्त इलेक्ट्रो होम्योपैथी के क्षेत्र में देश में सर्वोच्च स्थान पर कार्य कर रहा है। जहां कैंसर रोग से होने वाले किसी भी स्टेज के कैंसर मरीजों को असहनीय दर्द व अन्य सम्बंधित समस्याओं में महज कुछ ही दिनों में तकलीफों को खत्म कर मरीजों की खोई खुशहाली को वापस लाया जा रहा है। इस संस्थान की विशेषता है कि यहां बिना कीमो, बिना रेडिएशन व् बिना आॅपरेशन के कैंसर मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
जागरूकता रैली के दौरान देवी अहिल्या कैंसर हॉस्पिटल के उप निदेशक डॉ. आशीष हार्डिया ने कहा कि इलेक्ट्रो होम्योपैथी का प्रयोग असल मायने में भारतीय मेडिकल जगत के साथ विश्व के चिकित्सा जगत के लिए एक महत्वपूर्ण अध्याय है, जिस पर जिम्मेदार चिकित्सा जगत के अधिकारीयों, राष्ट्र निर्माण पॉलिसी मेकिंग के महत्वपूर्ण कड़ी में योगदान दे रहे माननीय शख्सियतों द्वारा पहल किया जाना बेहद महत्वपूर्ण है।
कैंसर के विरुद्ध लड़ाई में सरकार को सख्त संदेश देने के दौरान इंदौर के सड़कों पर ह्यसरकार सावधान – आगे कैंसर है कि आवाज गूंज उठी, जब देवी अहिल्या कैंसर केयर फॉउंडेशन की टीम अपने कदम एक साथ आगे की ओर बढ़ा रही थी। इस दौरान तकरीबन दो दर्जन अन्य नारों को भी लगाया गया जिससे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के विरुद्ध देशवाशियों को जागरूक किया जा सके। जिसमें मुख्य रूप से कैंसर की जंग- जीतेंगे हम, डरना नहीं लड़ना है- कैंसर को हराना है, कैंसर हारेगा- देश जीतेगा, आओ धुआं मुक्त पर्यावरण देने में पहल करें, सिगरेट की आदत- कैंसर को दावत, इंदौर को सुन्दर स्वस्थ बनाना है- कैंसर को भगाना है, बीमारी नहीं महामारी है- कैंसर दुनिया पर भारी है, तम्बाकू से नाता तोड़ो- स्वस्थ जीवन से नाता जोड़ो आदि नारा शामिल रहा।

Scroll to Top
Verified by MonsterInsights