हिन्दुस्तान मेल, धार
मुझे डॉक्टर ने 22 जनवरी को ही डिलीवरी की डेट दी है। मैंने डॉक्टर से पूछा कि क्या 22 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 29 मिनट और 8 सेकेंड पर डिलीवरी हो सकती है तो उन्होंने कहा कि कोशिश करेंगे। मैं तो चाहती हूं कि इसी मुहूर्त पर मैं बच्चे को जन्म दूं। डॉक्टर ने नॉर्मल डिलीवरी की बात कही है, मगर संयोग नहीं होगा तो सिजेरियन भी करवा सकते हैं। इससे बड़ा मुहूर्त और क्या होगा।
ये कहते हुए भोपाल की रहने वाली संध्या का चेहरा खिल उठता है। संध्या अकेली गर्भवती नहीं हैं जो 22 जनवरी को अपने बच्चे को जन्म देना चाहती हैं। गर्भवती महिलाएं और उनके परिजन इस दिन बच्चे के जन्म को लेकर डॉक्टरों से सलाह ले रहे हैं। कई परिवार तो सिजेरियन डिलीवरी के लिए भी तैयार हैं। डॉक्टरों का भी कहना है कि प्रेग्नेंट महिलाओं की तरफ से ये डिमांड आ रही है, मगर उनकी मेडिकल कंडीशन देखकर ही उन्हें सलाह दे रहे हैं। दरअसल, अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ 22 जनवरी को अभिजीत मुहूर्त, इंद्र योग, मृगशिरा नक्षत्र, मेष लग्न और वृश्चिक नवांश जैसे शुभ संयोग बन रहे हैं। हर कोई अपने-अपने तरीके से इस दिन का साक्षी बनना चाहता है। कई युवा हैं जिन्होंने इसी दिन को शादी के लिए चुना है। अस्पताल में बुकिंग हाउसफुल है तो मैरिज गार्डन संचालकों को भी शादी करने वाले जोड़ों को मना करना पड़ रहा है। कई लोगों ने शोरूम से नई गाड़ी खरीदने के लिए इसी दिन का मुहूर्त तय किया।
भोपाल के श्रीराम कॉलोनी में रहने वाले ऋषभ चौहान स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कापोर्रेशन में इंजीनियर हैं। कुछ दिनों बाद ही वे पिता बनने वाले हैं। ऋषभ की पत्नी संध्या को डॉक्टरों ने डिलीवरी के लिए 22 तारीख की डेट दी है। इस तारीख पर डिलीवरी होने से परिवार बेहद खुश है।