अयोध्या में भगवान राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के आंगन में भी बुधवार से शुरू हो रहा है। 17 से 22 जनवरी तक छह दिन रामधुन, भजन होंगे। वहीं 22 को सुबह अनुष्ठान, लाइव प्रसारण, प्रसाद वितरण के साथ संध्या को दीपोत्सव और आतिशबाजी के नजारे देखने को मिलेंगे। महाकाल लोक में भी भजनों के स्वर सुनाई देंगे।
अयोध्या में भगवान श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा पांच दिन पहले से ही श्री महाकालेश्वर मंदिर में उत्सव प्रारंभ हो रहे है। कार्यक्रम के तहत रामधुन और भजन प्रस्तुति का आयोजन 17 जनवरी बुधवार को संध्या के समय से प्रारंभ होगें। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के सदस्य राजेंद्र शर्मा गुरू ने बताया कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के उत्सव के तहत बुधवार संध्या से मंदिर परिसर स्थित प्राचीन राम मंदिर के सामने मार्बल चबूतरे पर रामधुन और भजन के कार्यक्रम प्रारंभ हो रहे है। पांच दिन मंदिर परिसर सहित श्री महाकाल महालोक स्थित सप्तऋषि के समीप भजन के माध्यम से भगवान राम की भक्ति की जाएगी। इसी तरह 22 जनवरी को प्रतिष्ठा वाले दिन सुबह भस्म आरती से धार्मिक अनुष्ठान होंगे। इसमें सुबह 8 बजे से 10:15 तक रामरक्षा स्त्रोतम का पाठ मंदिर के पुजारी, पुरोहित करेंगे। वहीं राम धुन होगी।
भक्तों को मिलेगा हलवा प्रसाद
अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के समय दोपहर 12 बजे से शयन आरती तक मंदिर में आने वाले दर्शनार्थियों को हलवा प्रसाद का वितरण किया जाएगा। मंदिर परिसर में एलईडी लगाकर भक्तों को अयोध्या में होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लाईव दर्शन भी होगें। इसी दिन महालोक में संध्या के समय सांस्कृतिक आयोजन और रांगोली बनाई जाएगी। रूद्र सागर के समीप शिखर दर्शन वाले स्थान पर दीपोत्सव का आयोजन होगा। संध्या के समय भव्य आतिशबाजी भी की जाएगी। श्री महाकाल मंदिर को फूल और विद्युत लाईट से सजाया जाएगा। मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि बुधवार रात से भजन के कार्यक्रम मंदिर परिसर में शुरू होगें। इसके लिए मंदिर समिति द्वारा तैयारी की जा रही है।