महापौर परिषद् की बैठक में जहां विकास कार्यों पर जोर दिया गया, वहीं निगम की आय बढ़ाने पर भी बल दिया गया। बैठक में अवैध कॉलोनी काटने और अवैध कॉलोनियां में मकान बनाने वाले कॉलोनाइजर पर शिकंजा कसने का निर्णय लिया गया। गलत तरीके से कॉलोनी काटने व मकान बनाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी, वहीं निगम की आय बढ़ाने के लिए अवैध नल कनेक्शनों को वैध करने के लिए अभियान चलाने का फैसला भी लिया गया। शहर के विस्तार को देखते हुए तीन, नवीन झोनल कार्यालय बनाने और वार्ड समितियां बनाने के प्रस्ताव को भी हरी झंड़ी दी गई। निगम की संपत्तियों को फ्री होल्ड किए जाने का भी अहम् फैसला लिया गया। महापौर पुष्यमित्र भार्गव की अध्यक्षता में सोमवार को मेयर इन कौंसिल की बैठक आयोजित हुई।
महापौर सभाकक्ष में करीब चार घंटे तक चली बैठक में दो दर्जन से ज्यादा प्रस्तावों पर चर्चा की गई और अधिकांश प्रस्तावों को मंजूरी की मोहर लगाने के साथ ही महत्वपूर्ण फैसले भी लिए गए। बैठक में निगमायुक्त हर्षिका सिंह, महापौर परिषद् सदस्य राजेन्द्र राठौर, निरंजनसिंह चौहान, अश्विनी शुक्ल, राजेश उदावत, जीतू यादव, अभिषेक शर्मा, राकेश जैन, अभिषेक शर्मा, प्रिया डांगी और मनीष शर्मा सहित समस्त अपर आयुक्त, विभाग प्रमुख व अन्य संबंधित मौजूद थे।
बैठक में महापौर पुष्यमित्र भार्गव द्वारा नगरीय क्षेत्र में स्थित 19 झोनल कार्यालय को बढ़ाकर 22 झोनल कार्यालय करने व इसी माह वार्ड समितियों का गठन करने के संबंध में सैद्धांतिक सहमति दी गई, साथ ही 3 नवीन झोनल कार्यालयों के नामकरण हेतु भी निर्देशित किया गया। आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे नगर निगम का राजस्व बढ़ाने के संबंध में शहर के विभिन्न क्षेत्रों में अवैध नल कनेक्शन को वैध करने के संबंध में अहम् निर्णय लिया गया। इसके लिए अभियान चलाया जाएगा।