आखिर वह शुभ घड़ी आ ही गई, जिसका कोटि-कोटि रामभक्तों को सदियों से इंतजार था। सोमवार दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर अयोध्या के मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हुई और लोगों ने अपने आराध्य देव की मनोहारी छवि टीवी पर देखी, उनके नयन छलक उठे। समवेत स्वर में जय-जय श्रीराम की गूंज होने लगी। हर कोई एक-दूसरे को इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनने की बधाई दे रहा था। मंदिरों में महाआरती शुरू हो गई। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने पर प्रसाद वितरण किया गया। आह्लादित श्रद्धालु हाथ में मिठाई लिए रास्तों पर हर आने-जाने वालों का मुंह मीठा करा रहे थे। रामभक्तों ने घरों के बाहर निकलकर आतिशबाजी की। इसके साथ-साथ जगह-जगह भंडारे के कार्यक्रम भी शुरू हो गए। श्री शिव शक्ति काल भैरव मंदिर समिति छोला द्वारा श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर आयोजित सुन्दर कांड में समस्त भक्तगण द्वारा मनमोहक प्रस्तुति देते हुए राममय हुए।
दीपावली की तरह जगमगाई राजधानी
अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का भोपाल में दिवाली सा माहौल है। हर बाजार, हर बिल्डिंग आकर्षक रौशनी से जगमग है तो खूब आतिशबाजी भी हो रही है। मंदिरों में दीप सज्जा भी की गई है। बोट क्लब भी 51 हजार दीपों से जगमगा उठा। वहीं, बड़ा तालाब में पानी में अयोध्या मंदिर की झलक नजर आई। पानी में प्रभु श्रीराम की आकृति उकेरी गई। म्यूजिकल फाउंटेन को देखने के लिए सैकड़ों लोग पहुंचे। शहर में उत्सव जैसा माहौल है। घरों से लेकर मंदिरों तक धार्मिक अनुष्ठान हुए। वहीं, शाम को हर घर में दीप लगाए गए। मंदिर भी हजारों दीपों से जगमगा उठे। बोट क्लब से लेकर शीतल दास की बगिया, बिरला मंदिर, पीर गेट स्थित भवानी मंदिर, न्यू मार्केट स्थित श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर, कालका चौक चूना भट्टी, नवदुर्गा मंदिर, छोला स्थित श्री खेड़ापति हनुमान समेत शहर के सभी मंदिरों में दीप जगमगा उठे।
बोट क्लब में दीप सज्जा के लिए शहरवासी उमड़ पड़े। यहां कुल 51 हजार दीप सजाए गए। शाम 5 बजे से दीप सज्जा का काम शुरू हो गया। सूर्यास्त होते ही दीप जगमगाने लगे। म्यूजिकल फाउंटेन और वाटर स्क्रीन पर अयोध्या मंदिर की शॉर्ट फिल्म भी दिखाई गई। शीतल दास की बगिया में भी दीप लगाए गए। पीर गेट स्थित भवानी मंदिर परिसर में हजारों दीप लगे।