वह बेटी नहीं, मेरा बेटा थी। मेरा तो सब कुछ चला गया है। हमें तो उसके एक्सीडेंट की बात बताई गई थी। रुपए उधार लेकर हम उसे लेने गए थे, पर उसे जिंदा नहीं देख पाए… यह पीड़ा है उस मां की, जिसकी बेटी उमा को मंगलवार को जयपुर में कार से कुचलकर मार दिया गया था। गुरुवार को नीमच जिले स्थित उसके गांव खातीखेड़ा में उसका अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में उसका घायल दोस्त भी शामिल हुआ। उसने कहा- उस हत्यारे को कड़ी सजा मिले।
कॉल आया- बेटी का एक्सीडेंट हो गया है- पिता मोतीलाल सुथार कहते हैं- दो महीने पहले ही बेटी उमा (25) घर आई थी। काम ज्यादा था तो रातभर रुकी और अगले दिन जयपुर रवाना हो गई। वह करीब दो साल से जयपुर में रहकर इवेंट मैनेजमेंट का काम कर रही थी। मंगलवार सुबह कॉल आया कि आपकी बेटी का एक्सीडेंट हो गया है। आप लोग जल्दी जयपुर आ जाओ।
अचानक से ऐसा कॉल आया तो हम घबरा गए। पैसे नहीं थे तो यहां-वहां से उधार लिए। ज्यादा व्यवस्था नहीं हुई तो दोनों बच्चों को घर पर छोड़कर पत्नी के साथ बस से जयपुर पहुंचा। रात 9 बजे बस स्टैंड पर उतरे और सीधे अस्पताल पहुंचे। यहां से हमें जवाहर नगर थाने जाने को कहा गया। थाने पर डीएसपी सर ने हमें घटना बताई। उन्होंने कहा- आपकी बेटी की कोई गलती नहीं थी। एक लड़के को बचाने के चक्कर में उस पर गाड़ी चढ़ा दी गई।
राजकुमार से बेटी की पहचान डेढ़ साल पहले जयपुर में काम के दौरान हुई थी। वह नौकरी करता था। जब बेटी का काम नहीं चलता था तो वह राजकुमार के साथ काम किया करती थी। उस दिन होटल के ऊपरी माले पर बेटी और राजकुमार काम देख रहे थे। काम ज्यादा होने से रात में भी काम चल रहा था। नीचे होटल में क्रिसमस की पार्टी चल रही थी।
मंगेश पार्टी करने आया था। बेटी तो उसे नहीं जानती थी, लेकिन राजकुमार से उसकी पहचान थी। काम खत्म कर दोनों नीचे आ रहे थे, तभी नशे में धुत मंगेश उन्हें मिल गया। उसने बेटी उमा को लेकर कुछ कमेंट किया। इन लोगों ने विरोध किया तो उसने मारपीट कर दी। इन्होंने वापस जाने के लिए टैक्सी बुक की थी। वे आगे बढ़े तो उसने टैक्सी में तोड़फोड़ कर दी और इन्हें गालियां देने लगा। मना करने पर दौड़कर अपनी गाड़ी को स्टार्ट किया और रिवर्स लेकर गाड़ी आगे बढ़ा दी। राजकुमार दूर जा गिरा और बेटी उमा के ऊपर से गाड़ी गुजर गई।
पहले कार रिवर्स ली, फिर दोनों पर चढ़ा दी- जयपुर जवाहर सर्किल थाना इलाके स्थित एवरलैंड विश होटल में मंगलवार को क्रिसमस पार्टी चल रही थी। मध्यप्रदेश के नीमच जिले की रहने वाली उमा सुथार (25) दोस्त के साथ इवेंट मैनेजमेंट से संबंधित काम के सिलसिले में होटल पहुंची थी। उमा के अलावा यहां मानसरोवर, जयपुर निवासी मंगेश अरोड़ा (35), श्रेया भारद्वाज (30) और झुंझुनूं निवासी राजकुमार जाट (35) भी थे। सुबह करीब 5 बजे चारों होटल से बाहर निकले। किसी बात को लेकर चारों के बीच सड़क पर विवाद होने लगा। विवाद झूमा-झटकी तक पहुंच गया। राजकुमार और उमा ने जाने के लिए जो कैब बुक की थी। मंगेश अरोड़ा ने डंडे से उसके कांच फोड़ दिए। इसके बाद मंगेश और श्रेया दौड़कर अपनी कार में सवार हो गए, जबकि राजकुमार जाट और उमा सुथार सड़क पर थे।
मंगेश ने कार स्टार्ट की… ये उसे रोकने की कोशिश करने लगे। मंगेश ने कार को रिवर्स किया और फिर तेजी से दौड़ा दिया। कार राजकुमार और उमा को चपेट में लेते हुए आगे बढ़ गई। गंभीर हालत में उसे अस्पताल लेकर जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। लोगों ने बताया कि आरोपी मंगेश नशे में धुत्त था। घटना के बाद वह कार समेत फरार हो गया। इस दर्दनाक घटना का वीडियो भी वहां लगे कैमरे में कैद हो गया।