हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर दिल्ली से भापाल के लिए रवाना हो गए। वह मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के नाम को लेकर मंथन करेंगे। केंद्रीय नेतृत्व की ओर से उन्हें बतौर पर्यवेक्षक इसकी जिम्मेदारी दी गई है। उनके साथ भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारी डॉक्टर के लक्ष्मण, आशा लाकड़ा भी पर्यवेक्षक रवाना हुए हैं। भोपाल में होने वाली इस अहम मीटिंग में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहेंगे।
4 बजे शुरू होगी मीटिंग
भोपाल में होने वाली विधायक दल की मीटिंग से पहले दोपहर एक बजे लंच में भी सीएम मनोहर लाल शामिल होंगे। लंच के बाद 4 बजे मीटिंग शुरू होगी और 6 बजे तक मुख्यमंत्री का नाम फाइनल होने की संभावना है। हरियाणा के मुख्यमंत्री को इस बड़ी जिम्मेदारी को कई मायनों में देखा जा रहा है। पहला तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफी करीबी है। वह अक्सर कहते भी रहते हैं प्रधानमंत्री उनके अच्छे मित्र हैं। उन्होंने पीएम के साथ हरियाणा में संघ में शामिल रहने के दौरान अच्छा वक्त साथ बिताया है।
हरियाणा CM की साफ छवि पर जताया विश्वास
केंद्रीय नेतृत्व में लगातार उनकी साफ स्वच्छ छवि को लेकर धाक जमती जा रही है। इसकी एक वजह यह भी है कि मुख्यमंत्री रहते हुए उन्हें 10 होने जा रहे हैं, लेकिन उनके कार्यकाल के दौरान कोई भी बड़ा आरोप उन पर नहीं लगा है। जबकि उन्होंने सूबे में सरकारी विभागों से भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए कई बड़े फैसले भी लिए हैं।
पार्टी को हर चुनाव में मिला फायदा
हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कार्यकाल के दौरान भारतीय जनता पार्टी को हर चुनाव में बढ़त मिली है। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान सूबे की 10 सीटों पर पार्टी प्रत्याशियों को जीत मिली है। इसके अलावा नगर निकाय चुनाव, पंचायत चुनाव में भी पार्टी को बढ़त मिली है। सरकार के साथ ही सीएम मनोहर लाल संगठन को भी साथ लेकर चलते हैं।