राजा भोज एयरपोर्ट पर आगमन और निर्गम में बदलाव होगा। ग्राउंड फ्लोर पर जहां एयरपोर्ट डायरेक्टर समेत अन्य आॅफिसेज हैं, वहां से यात्रियों का आगमन होने लगेगा, जबकि फर्स्ट फ्लोर पर जहां वर्तमान में आगमन व निर्गम हैं, वहां से यात्री केवल निर्गम कर सकेंगे।
एयरपोर्ट के सूत्रों के अनुसार यह बदलाव जून से शुरू हो जाएंगे, जबकि आगमन एरिया की शुरुआत पहले चरण के री-डेवलपमेंट वर्क के बाद होगी। उसके बाद करीब डेढ़ साल का समय निर्गम एरिया को डेवलप करने में लगेगा। इससे पीक आॅवर्स में 3000 यात्री की हैंडलिंग एयरपोर्ट प्रबंधन कर सकेगा। वर्तमान में केवल 800 यात्रियों की हैंडलिंग क्षमता है। इसके बाद यात्रियों के आवागमन के दौरान होने वाली समस्या से भी निजात मिल जाएगी। एयरपोर्ट डायरेक्टर रामजी अवस्थी का कहना है कि यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। उसे ही देखते हुए यह बदलाव करवाए जा रहे हैं।
शिर्डी, अमृतसर एवं तिरुपति
के लिए सीधी उड़ान नहीं
भोपाल से एयर कनेक्टिविटी बढ़ने के बावजूद धार्मिक स्थलों तक सीधी उड़ानों की कमी महसूस की जा रही है। अमृतसर एवं तिरुपति जैसे श्रद्धा केंद्रों तक राजधानी से कभी सीधी उड़ान शुरू ही नहीं हुई। शिर्डी उड़ान चार साल से बंद है। श्रद्धालुओं को कनेक्टिंग उड़ान का सहारा लेना पड़ रहा है। इसमें समय एवं पैसा अधिक खर्च करना पड़ता है। श्रद्धालुओं के पसंदीदा धार्मिक स्थलों तक सीधी उड़ान नहीं होने के कारण यात्रियों को या तो कनेक्टिंग उड़ान से जाना पड़ता है या फिर उनके पास ट्रेन से जाने का ही विकल्प है। राजधानी से स्वर्ण मंदिर के दर्शन करने अमृतसर जाने वाले यात्री वाया दिल्ली जाते हैं। तिरुपति बालाजी दर्शन के लिए जाने वाले यात्रियों के पास वाया हैदराबाद जाने का विकल्प है लेकिन शिर्डी के लिए कनेक्टिंग उड़ान भी आसानी से नहीं मिल पाती। स्पाइस जेट सबसे पहले भोपाल को शिर्डी से जोड़ा था। इस उड़ान में आसानी से टिकट नहीं मिलते थे, यात्री प्री-बुकिंग कराने के बाद ही जाते थे। कंपनी ने उड़ान संचालन ही बंद कर दिया, इसके बाद किसी भी कंपनी ने शिर्डी उड़ान शुरू नहीं की है।