कलेक्टर इलैयाराजा टी ने सभी अफसरों को निर्देश दिए हैं कि जनसुनवाई में आने वाले लोगों की समस्याओं का निराकरण संवेदनशीलता के साथ करें। उन्होंने कहा कि लोग जनसुनवाई में दूर-दूर से काफी उम्मीद से आते हैं। कलेक्टर ने यह निर्देश जनसुनवाई को लेकर दिए। इधर इस बार की जनसुनवाई में भी जरूरतमंद और पीड़ितों की भारी भीड़ उमड़ी।
इंदौर के कलेक्टर कार्यालय में हर मंगलवार को आयोजित होने वाली जनसुनवाई में लोग जिले के कोने-कोने से अपनी समस्याओं के समाधान के लिए आशा के साथ आते हैं। जनसमस्याओं का निराकरण कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी व अन्य अफसरों द्वारा धैर्य और संवेदनशीलता के साथ सुनकर किया जाता है। इसी क्रम में इस मंगलवार को भी जनसुनवाई में बड़ी संख्या लोग पहुंचे।
जनसुनवाई में जिले की तीन अनाथ बेटियां स्वाति, गौरी और छमा परमार कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी के समक्ष सहायता की उम्मीद से आईं। उन्होंने बताया कि वे अनाथ आश्रम में रहती हैं और कॉलेज में छोटी-सी जॉब करती हैं, साथ ही वे तीनों अपनी पढ़ाई भी पूरी कर रही हैं। रोजगार और पढ़ाई के बीच संतुलन बनाने के लिए उन्हें आवागमन में दिक्कत आ रही है, जिसके लिए उन्हें स्कूटी की आवश्यकता है।
कलेक्टर ने उनकी समस्या को समझा और रेडक्रॉस के माध्यम से तीनों बालिकाओं को स्कूटी प्रदान करने के निर्देश दिए। जनसुनवाई में कलेक्टर ने तत्कालिक जरूरतों की पूर्ति के लिए ज्योति प्रजापत को 30 हजार रुपए, दया मेहरा को 10 हजार रुपए, वंदना इंगले को सिलाई मशीन हेतु 10 हजार रुपए, रवि यादव, वंदना कश्यप तथा अंजलि रावत को 5-5 हजार रुपए, ज्योति कौशल तथा अर्पिता को 3-3 हजार रुपए तथा अन्य को रेडक्रॉस से मदद स्वीकृत की।