जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा सात विधानसभा क्षेत्र में 17 नवंबर को हुए मतदान की मतगणना को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। इस बार मतगणना के लिए 1200 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जा रही है। इनको जल्द ही दो चरणों में प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। सबसे पहले दक्षिण-पश्चिम और फिर उत्तर व मध्य विधानसभा क्षेत्र के परिणाम आएंगे।
पहले डाक मतों की गिनती
मतगणना की शुरुआत दिव्यांग और बुजुर्ग व डाक मतपत्रों की गिनती से होगी। इनके लिए एक विधानसभा क्षेत्र में तीन से चार टेबल लगाई जाएंगी। इनकी गिनती के बाद सातों विधानसभा क्षेत्र की ईवीएम के मतों की गिनती की जाएगी। बता दें कि इस बार सात विधानसभा क्षेत्र में कुल 96 प्रत्याशी मैदान में हैं।
मतगणना के लिए
14-14 टेबलें
जिले की सात विधानसभा क्षेत्र में मतों की गणना के लिए 14-14 टेबलें लगाई जाएंगी। हर विधानसभा क्षेत्र के मतों की गिनती इन टेबलों पर होगी। इससे एक बार में 14 मतदान केंद्रों की ईवीएम के मतों का पता चलेगा। इस तरह विधानसभा के मतदान केंद्रों के हिसाब से चरण होंगे। कुल मतदान केंद्र और डाक मतपत्र की गिनती के बाद विधानसभा के रिटर्निंग अधिकारी कुल मतों का प्रमाणपत्र जारी करेंगे। जिससे प्रत्याशी को मिले मतों के हिसाब से हार-जीत का फैसला होगा। जिला जेल के स्ट्रांग रूम में तीन दिसंबर रविवार को सुबह आठ बजे से दो हजार 49 ईवीएम के मतों की गिनती की जाएगी।
26 और 30 नवंबर को दिया जा सकता है प्रशिक्षण
जिले के सात विधानसभा क्षेत्र बैरसिया, नरेला, उत्तर, मध्य, गोविंदपुरा, दक्षिण-पश्चिम और हुजूर के ईवीएम मतों की गणना एक हजार 200 कर्मचारियों से कराई जाएगी। इससे पहले इन कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण 26 नवंबर ओर दूसरा 30 नवंबर को दिया जा सकता है। समन्वय भवन और माडल स्कूल में दो प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाने की तैयारी है। दोनों ही सत्रों में 600-600 कर्मचारी शामिल होंगे। यहां पर मास्टर ट्रेनर्स कर्मचारियों को मतगणना से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी देंगे।
मतगणना के लिए शुरू कर दी है तैयारी
आशीष सिंह, जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर, भोपाल का कहना है कि जिला जेल में तीन दिसंबर को होने वाली मतगणना के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। पहले डाक मतपत्र और दिव्यांग एवं बुजुर्ग मतदाताओं के मतों की गिनती होगी और इसके बाद ईवीएम की गिनती शुरू कर दी जाएगी।