इंदौर-दाहोद रेल प्रोजेक्ट के काम ने अब रफ्तार पकड़ी है। इस प्रोजेक्ट को अब 2025-26 से पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा है। अधिकारी तो यहां तक कह रहे हैं कि धार तक 2024 की गर्मी तक ही ट्रेन चला दी जाए। करीब 400 करोड़ की लागत से इंदौर-दाहोद रेल लाइन के बिछाने का कार्य है। 2024 तक इंदौर से धार के बीच रेल कनेक्टिविटी शुरू करने के लक्ष्य के हिसाब से यह काम हो रहा है। अफसरों का दावा है कि सुरंग अगले मानसून सीजन तक बनकर तैयार हो जाएगी। अब तक आधे से ज्यादा हिस्से में सुरंग के लिए रास्ता बनाया जा चुका है। दोनों तरफ से ब्लास्टिंग शुरू होने से काम की गति दुगना हो जाएगी।
पहली का काम पूरा होने
पर दूसरी बनेगी
इंदौर-दाहोद रेल लाइन की सुरंग के लिए पीथमपुर में टनल में ब्लास्टिंग कार्य शुरू हो गया है। ब्लास्टिंग से पहले पश्चिम रेलवे ने धार जिला प्रशासन से जरूरी अनुमतियां ले ली है। विस्फोट किए जा रहे हैं। इंदौर-दाहोद लाइन में तीन सुरंग बनना है। इसमें पहली सुरंग टीही गांव में बन रही है। सुरंग चौपाटी से लेकर संजय जलाशय तक बनेगी और यह 3 किलोमीटर लंबी होगी। इसका काम दो-ढाई साल से अटका हुआ था, मगर अब काम फिर शुरू करवाया है। सूत्रों ने बताया- पीथमपुर एंड पर भी पानी खाली कर ब्लास्टिंग शुरू करवाई गई है। इसके बनने के बाद ही इंदौर से धार के बीच रेल लाइन शुरू हो पाएगी। पटरी बिछना शुरू हो गई है। अफसरों का कहना है कि पहली सुरंग का काम पूरा होने के बाद ही दूसरी सुरंग का काम शुरू किया जाएगा।
7 ओवरब्रिज बनाना पड़ेंगे
रेल लाइन में 7 जगह ओवरब्रिज बनाना पड़ेंगे। 7 फ्लायओवर टिही से धार के बीच बनेंगे। इसमें पीथमपुर के सागौर में दो और एक भाटखेड़ी में ओवरब्रिज बनेगा। 7 ओवर ब्रिज का निर्माण नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे, पीडब्ल्यूडी, मध्यप्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉपोर्रेशन, नगर पालिका और मध्यप्रदेश इंडस्ट्रीयल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन की सड़कों पर बनाना पड़ेंगे। पटरी बिछाने का कार्य भी शुरू हो गया है।