देवउठनी एकादशी से भोपाल में शहनाइयां गूंजेंगी। इस दिन 500 से ज्यादा शादियां होंगी। इसके लिए मैरिज गार्डन, कैटर्स, टेंट, होटलें सबकुछ बुक है। हालांकि, एकादशी की तुलना में 27 और 28 नवंबर को ज्यादा शादियां होंगी। अबूझ मुहूर्त होने से सामूहिक विवाह के आयोजन भी होते हैं। वहीं, उन जोड़ों का पाणिग्रहण भी होता है, जिनकी राशि से शादी की तारीख नहीं मिल रही। हालांकि, इस बार सामूहिक विवाह सम्मेलन नहीं हो रहे हैं, लेकिन घरों से लेकर होटल-मैरिज गार्डन तक गूंज जरूर सुनाई देगी। इसके चलते लोगों ने 3 से 4 महीने पहले से ही बुकिंग करा ली थी।
भोपाल टेंट-लाइट, कैटर्स एसोसिएशन के चेयरमैन रिंकू भटेजा ने बताया कि देवउठनी एकादशी के दिन मैरिज गार्डन, टेंट, कैटर्स आदि को लेकर अच्छी बुकिंग है। इस बार सामूहिक विवाह सम्मेलन नहीं हो रहे हैं। 27 और 28 नवंबर को शादियों का आंकड़ा दो हजार तक पहुंच जाएगा। ज्यादातर शादियां इन्हीं दो दिनों में है।
नवंबर-दिसंबर में 11 मुहूर्त- भोपाल मैरिज गार्डन ओनर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष हरीश पस्तारिया ने बताया कि देवउठनी एकादशी पर अबूझ मुहूर्त जरूर है, लेकिन पिछले सालों की तुलना में शादियां कम है। नवंबर में 5 और दिसंबर में 6 मुहूर्त है। इस तरह 40 दिनों में 11 मुहूर्त हैं। इसके बाद शादियों पर ब्रेक लग जाएगा, जो 15 जनवरी तक रहेगा।
शहर में सजीं गन्ने की ढेरियां
राजधानी में देवउठनी एकादशी के लिए गन्ने की ढेरियां सजी हैं और जगह-जगह गन्नों की खरीदारी का सिलसिला शुरू हो गया है। इस बार 30 रुपए का एक गन्ना और 150 रुपए के पांच गन्ने मिल रहे हैं। बरखेड़ा में गन्ने की दुकान लगाने वाली दुकानदार रेखा गायरे का कहना है कि आाज गन्ने की बिक्री में तेजी आने की संभावना है। माता मंदिर, न्यू मार्केट, जहांगीराबाद, कोलार रोड, बावड़िया सहित अनेक स्थानों पर गन्नों की बिक्री शुरू हो गई है। इस बार गन्ना 20-30 रुपए प्रतिनग मिल रहा है।