सिक्किम में तीस्ता नदी का पानी बुधवार सुबह सिंगतम और रंगपो जैसे निचले इलाकों में घुस गया, जिससे बाढ़ जैसे हालात बन गए। इसके अलावा तीस्ता नदी के बढ़ते पानी से प्रतिष्ठित इंद्रेनी पुल भी बह गया।
सिक्किम में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ से संपत्तियों को बड़े पैमाने पर नुकसान होने की खबर है। उत्तरी सिक्किम में मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात कोई आई त्रासदी में अब तक दो लोगों के मारे जाने की खबर आ रही है। इसमें भारतीय सेना के 23 जवानों के लापता होने और कई वाहन बह गए।
जानकारी के मुताबिक, उफनती तीस्ता नदी के कारण प्रमुख सड़कें और पुल बह गए हैं। इस बीच बादल फटने से राष्ट्रीय राजमार्ग-10 समेत प्रमुख सड़कें बह गईं हैं। बादल फटने के बाद सिक्किम में अधिकारियों ने अलर्ट जारी कर दिया है।
इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री पीएस गोले ने सिंगतम में घटनास्थल का दौरा किया और हर मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने जिला प्रशासन और नागरिक समाज के लोगों से मुलाकात की। इस बीच युद्धस्तर पर राहत व बचाव कार्य शुरू की जा रही है।
कई इलाकों में अचानक बाढ़ आ गई
तीस्ता नदी का जल स्तर चिंताजनक रूप से बढ़ रहा है। जानकारी के मुताबिक सिक्किम में बादल फटने और लोनार्क झील के टूटने से बुधवार को कई इलाकों में अचानक बाढ़ आ गई। अभी तक किसी तरह की जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। बताया जा रहा है कि सिक्किम में निचले इलाकों और तीस्ता नदी के किनारे रहने वाले लोगों को अचानक बाढ़ की चेतावनी दी गई है।
लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
सिक्किम में तीस्ता नदी का पानी बुधवार सुबह सिंगतम और रंगपो जैसे निचले इलाकों में घुस गया, जिससे बाढ़ जैसे हालात बन गए। इसके अलावा तीस्ता नदी के बढ़ते पानी से प्रतिष्ठित इंद्रेनी पुल भी बह गया। यह पूर्वी सिक्किम में सिंगतम को दक्षिण जिले को आदर्श गांव से जोड़ता है। दूसरी ओर सिक्किम में अधिकारियों ने डिक्चू, सिंगतम और रंगपो जैसे इलाकों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है।
सेना के 23 जवान लापता
जानकारी के मुताबिक, लोनार्क झील में बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ से प्रभावित सिक्किम में दो लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा भारतीय सेना के 23 जवान लापता बताए गए हैं। वाहनों के भी बहने की खबर है। सूत्रों के मुताबिक, भारतीय सेना के 23 जवान सिक्किम के सिंगतम के पास बारदांग इलाके से लापता हो गए। लापता सैन्यकर्मियों का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान जारी है।
मुख्यमंत्री ने किया दौरा
दूसरी ओर सिक्किम के मुख्यमंत्री पीएस तमांग-गोले स्थिति का जायजा लेने के लिए सिंगतम पहुंचे। उन्होंने कहा कि हम सभी हमारे राज्य में आई हालिया प्राकृतिक आपदा से अवगत हैं। प्रभावित क्षेत्रों में आपातकालीन सेवाएं तैनात कर दी गई हैं और नुकसान का आकलन करने और स्थानीय समुदाय के साथ बातचीत करने के लिए मैंने व्यक्तिगत रूप से सिंगतम का दौरा किया।
मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों से सतर्क रहने और इस महत्वपूर्ण समय के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचने” का आग्रह किया। मुख्यमंत्री पीएस तमांग ने कहा कि यह जरूरी है कि हम संयम बनाए रखें और अपने क्षेत्र में तेजी से सामान्य स्थिति लौटने की उम्मीद करें। सिक्किम में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ से संपत्तियों को बड़े पैमाने पर नुकसान होने की खबर है।
तीस्ता नदी का जल स्तर चिंताजनक रूप से बढ़ रहा
उफनती तीस्ता नदी के कारण प्रमुख सड़कें और पुल बह गए हैं। तीस्ता नदी का जल स्तर चिंताजनक रूप से बढ़ रहा है। सिक्किम में निचले इलाकों और तीस्ता नदी के किनारे रहने वाले लोगों को अचानक बाढ़ की चेतावनी दी गई है। सिक्किम में तीस्ता नदी का पानी बुधवार की सुबह सिंगतम और रंगपो जैसे निचले इलाकों में घुस गया, जिससे बाढ़ आ गई। बादल फटने से राष्ट्रीय राजमार्ग-10 समेत प्रमुख सड़कें बह गईं हैं। तीस्ता नदी में आई बाढ़ ने इंद्रेनी पुल को भी बहा दिया, जो पूर्वी सिक्किम में सिंगतम को दक्षिण जिले में आदर्श गांव से जोड़ता है। सिक्किम में अधिकारियों ने डिक्चू, सिंगतम और रंगपो जैसे इलाकों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है।