मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को भोपाल मेट्रो को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने सुभाष नगर से रानी कमलापति स्टेशन तक मेट्रो में सफर किया। इस फाइनल ट्रायल रन में ट्रेन ने 20 मिनट 10 सेकंड में 4 किमी का सफर तय किया। करीब 10 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से मेट्रो ट्रैक पर चली। सभी स्टेशनों का काम पूरा होने के बाद दिल्ली से सेफ्टी टीम आएगी और निरीक्षण करेगी। दिल्ली की टीम के ओके के बाद अगले साल मई-जून तक कमर्शियल रन यानी आम लोगों के लिए मेट्रो चलने लगेगी।
सुभाष नगर डिपो में सीएम शिवराज ने कहा- मेट्रो यहीं नहीं रुकेगी। इसका विस्तार कर मंडीदीप भी ले जाएंगे, जरूरत पड़ी तो सीहोर और विदिशा भी ले जाएंगे। मैं बचपन से भोपाल आता था। पहले यहां तांगा चलता था। पहले छोटा सा भोपाल था। तांगे वाला भोपाल था। तांगे से आगे बढ़े तो भट्ट-सूअर आए। इसके बाद छोटे आॅटो आए। टैक्सियां चलीं। फिर स्मार्ट बस चलीं। अब हम सफर तय कर रहे हैं तांगे से लेकर मेट्रो तक का।
लोग मजाक उड़ाते थे
कि कहां मेट्रो चलेगी
सीएम शिवराज ने कहा- पहले लोग हमारा मजाक उड़ाते थे कि कहां मेट्रो चलेगी, लेकिन जो हमने कहा था, वो किया। गड्ढों वाला मध्यप्रदेश मेट्रो वाला हो गया है। मेट्रो में कार वाला, दोपहिया वाला भी सफर करेगा। ये सभी को एक समान बना देगी।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल मेट्रो में सफर किया। मेट्रो के तीनों कोच में कुल 165 लोग सवार थे। इनमें सीएम के अलावा मंत्री, विधायक, महापौर समेत अन्य जनप्रतिनिधि, मेट्रो कॉपोर्रेशन के अफसर भी शामिल थे। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल मेट्रो में सफर किया। मेट्रो के तीनों कोच में कुल 165 लोग सवार थे। इनमें सीएम के अलावा मंत्री, विधायक, महापौर समेत अन्य जनप्रतिनिधि, मेट्रो कॉपोर्रेशन के अफसर भी शामिल थे।
दिल्ली टीम के ग्रीन सिगनल के बाद चलेगी मेट्रो
सुभाष नगर से एम्स के बीच कुल 8 स्टेशन हैं। इनमें से फाइनल ट्रायल रन 5 स्टेशन- सुभाष नगर से रानी कमलापति के बीच हुआ है। आगे के 3 स्टेशन डीआरएम आॅफिस, अलकापुरी और एम्स का काम अधूरा है। ट्रायल रन रूट वाले सुभाष नगर स्टेशन का काम लगभग 95% पूरा हो चुका है। केंद्रीय स्कूल, डीबी मॉल, एमपी नगर और रानी कमलापति स्टेशन के फिनिशिंग के सभी काम बाकी है। अगले कुछ महीनों में इनका काम पूरा किया जाएगा। रानी कमलापति से डीआरएम आॅफिस स्टेशन के बीच स्टील ब्रिज बनेगा। अभी यह राजस्थान के अलवर में तैयार हो रहा है। 65 मीटर लंबे इस ब्रिज की लागत 11 करोड़ रुपए आएगी। सभी स्टेशनों का काम पूरा होने के बाद दिल्ली से सेफ्टी टीम आएगी और निरीक्षण करेगी। दिल्ली की टीम से ओके मिलने के बाद अगले साल मई-जून तक कमर्शियल रन यानी आम लोगों के लिए मेट्रो चलने लगेगी।