जिले की हाईप्रोफाइल सीट मानी जानी वाली पर भाजपा के लिए भी खतरे की घंटी बजना शुरू हो गई है। टिकट वितरण से नाराज कार्यकर्ताओं की एक बैठक मिलन महल में हुई। यहां पर भाजपा के तमाम बड़े नेताओं के साथ-साथ बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एकत्रित हुए। बैठक में निर्णय लिया गया है कि पार्टी हाईकमान विधानसभा चुनाव का टिकट बदले। टिकट नहीं बदला जाता है तो सभी कार्यकर्ता सामूहिक इस्तीफा देंगे, साथ ही चुनाव मैदान में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर उतरेंगे और जीत भी दर्ज करेंगे। टिकट बदलने के लिए 28 अक्टूबर तक का समय पार्टी हाईकमान को दिया गया है। इसके बाद सामूहिक इस्तीफे के साथ नामांकन-पत्र दाखिल करने का निर्णय लिया गया।
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राजीव यादव के समर्थन में कार्यकर्ता उतर आए हैं। इस बैठक में पूर्व जिलाध्यक्ष यादव के समर्थन में पूर्व विधायक करणसिंह पंवार, अनंत अग्रवाल, निर्भयसिंह पटेल, पूर्व नपाध्यक्ष पीथमपुर देवेंद्र पटेल, अशोक पटेल समेत धार, तिरला और पीथमुपर से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता धार पहुंचे थे। यहां उन्होंने यादव के समर्थन में जमकर नारेबाजी की, साथ ही चुनाव लड़ने का प्रस्ताव भी बैठक में पास किया गया।
पूर्व जिलाध्यक्ष राजीव यादव ने कहा कि पंद्रह साल से विधायक भाभी हंै। इस बार फिर टिकट लेकर आए हैं। अगली बार उनकी बेटी का टिकट ले आएंगी। वंशवाद और परिवारवाद यहां नहीं चलेगा। बात विधायक बनने की नहीं है, यह व्यवस्था की लड़ाई है और इसके लिए आप कार्यकर्ताओं को यह तय करना है। यादव ने कहा- पार्टी से टिकट बदलने की मांग सभी कार्यकर्ता कर रहे हैं। टिकट नहीं बदलने पर कार्यकर्ता सामूहिक इस्तीफा देंगे और चुनाव लड़ेंगे। मैं 29 अक्टूबर को जनता के बीच जाऊंगा। जनता तय करेगी तो मैं चुनाव लडूंगा।