भोपाल में सीएम हाउस में गुरुवार देर रात मध्यप्रदेश बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक हुई, जिसमें बची 94 विधानसभा सीटों के लिए नामों पर चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक बैठक के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया के चुनाव लड़ने की चर्चा हुई तो उन्होंने कहा कि अगर सारे लोग चुनाव लड़ेंगे तो प्रचार कौन करेगा? कार्यकर्ताओं को मौका दिया जाना चाहिए। हालांकि, उनके दिल्ली कार्यालय से जारी बयान में ऐसी किसी भी चर्चा से मना किया गया है।
बैठक में नाराज नेताओं को मनाने की जिम्मेदारी सीनियर नेताओं को सौंपी गई, साथ ही पीएम मोदी, अमित शाह समेत बड़े केंद्रीय नेताओं के चुनावी दौरे और सभाएं कराने पर भी चर्चा की गई। बैठक में मध्यप्रदेश बीजेपी चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव, नरेंद्रसिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानन्द शर्मा मौजूद रहे। बता दें कि बीजेपी चार बार में कुल 136 उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। अब 94 सीटों पर प्रत्याशी घोषित होने हैं। इनमें 67 बीजेपी विधायकों के साथ ही सपा, बसपा और एक निर्दलीय विधायक की सीट पर चेहरा तय होना है। 24 हारी हुई सीटों पर भी प्रत्याशी तय होने हैं। बैठक में सभी नेताओं से अलग-अलग इलाकों में केन्द्र के नेताओं की सभाओं को लेकर भी चर्चा की गई। क्षेत्रवार समीकरण के हिसाब से पीएम मोदी, केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह समेत बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के चुनावी दौरे, सभाएं कराने पर चर्चा हुई। बीजेपी खेमे में सीएम के फेस और मुख्यमंत्री की रेस में शामिल होने को लेकर दिए जा रहे बयानों को भी केन्द्रीय नेतृत्व ने गंभीरता से लिया है। कैलाश विजयवर्गीय, गोपाल भार्गव सहित तमाम नेताओं के बयानों के बाद अब ऐसे बयानों से बचने को कहा गया है।