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डेंगू का डंक… हफ्तेभर में आधा सैकड़ा से ज्यादा मरीज

रुक-रुककर हो रही बारिश से भोपाल में डेंगू का संक्रमण बढ़ने लगा है। राजधानी में बीते एक हफ्ते में 50 से ज्यादा डेंगू संक्रमित मरीज मिले हैं। इसके चलते स्वास्थ्य विभाग ने राजधानी के 9 इलाकों को डेंगू सेंसेटिव जोन घोषित किया है। इसकी पुष्टि जिला मलेरिया अधिकारी दफ्तर की रिपोर्ट में हुई। रिपोर्ट में सेंसेटिव इलाकों में इस साल 67 डेंगू मरीज मिलने की जानकारी दी गई है।
जिला मलेरिया अधिकारी अखिलेश दुबे ने बताया कि भोपाल में डेंगू का संक्रमण नियंत्रण में है। बीते एक हफ्ते से रोजाना औसतन 9 नए मरीज मिल रहे हैं। अगस्त में रोजाना मिल रहे औसतन मरीजों की संख्या 6 थी। सितंबर में रोजाना मिल रहे नए मरीजों की संख्या में आंशिक इजाफा बारिश की वजह से हुई है।
भोपाल में 262 संक्रमित
स्वास्थ्य संचालनालय की रिपोर्ट के मुताबिक मप्र में डेंगू के सबसे ज्यादा मरीज इस साल राजधानी भोपाल में मिले हैं। यहां डेंगू संक्रमितों का आंकड़ा 262 है, जबकि ग्वालियर में अब तक 183 और इंदौर में 120 डेंगू पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं। रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में डेंगू बुखार के इस साल 1300 मरीज मिल चुके हैं।
खतरा और बढ़ेगा
डीएमओ दुबे के मुताबिक बीते दिनों हुई बारिश की वजह से अगले दो सप्ताह में डेंगू का संक्रमण बढ़ने का खतरा है। ऐसा अधिकांश इलाकों में डेंगू का संक्रमण फैलाने वाले मच्छरों के लार्वा ज्यादा होना है। बकौल डीएमओ शहर के अलग-अलग इलाकों में डेंगू के बढ़ते लार्वा को नियंत्रित करने 44 टीमें लार्वा सर्वे कर लार्वीसाइट का छिड़काव कर रही है, ताकि डेंगू के संक्रमण को शहर में बढ़ने से पहले रोका जा सके।
ब्लड बैंक में प्लेटलेट नहीं
अशोका गार्डन क्षेत्र के बाग दिलकुशा में रहने वाले रूपेश कुमार मिश्रा (27) सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात जेपी अस्पताल के डेंगू वार्ड में भर्ती हुए। जांच में वह डेंगू पॉजिटिव निकले। डॉक्टर्स ने देर रात इलाज शुरू किया। सुबह डॉक्टर्स ने रूपेश का ब्लड प्लेटलेट काउंट टेस्ट कराया। जांच में प्लेटलेट काउंट कम निकला। बकौल रूपेश मिश्रा- अस्पताल के ड्यूटी डॉक्टर्स ने मंगलवार दोपहर हॉस्पिटल ब्लड बैंक में प्लेटलेट नहीं होने के कारण हमीदिया अस्पताल रैफर कर दिया। अब तय नहीं है कि हमीदिया अस्पताल में इलाज के लिए जरूरी प्लेटलेट मिलेंगे या नहीं? इस कारण हमीदिया के बजाय निजी अस्पताल में इलाज के लिए शिफ्ट हो रहा हूं।

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