शहर के 550 से ज्यादा सांची पार्लरों पर सांची ब्रांड के कुकीज, ब्रेड, स्लाइस समेत कई फूड प्रोडक्ट और मिनरल वॉटर मिलेंगे। दुग्ध संघ द्वारा किसानों की दुग्ध सहकारी समितियों के अलावा अब स्व सहायता समूहों से भी दूध खरीदा जाएगा। सोमवार को भोपाल दुग्ध संघ की 41वीं वार्षिक साधारण सभा (एजीएम) की बैठक में कई प्रस्ताव पारित किए गए। वैशाली नगर स्थित पशुपालन विभाग के आॅडिटोरियम में हुई साधारण सभा की अध्यक्षता भोपाल के संभाग आयुक्त एवं दुग्ध संघ के प्रशासक डॉ. पवन कुमार शर्मा ने की। दुग्ध संघ के सीईओ आरपीएस तिवारी ने प्रस्तावों को पढ़कर प्रशासक से अप्रूवल लिया। ये फूड प्रोडक्ट फूड प्रोसेसिंग आॅर्गेनाइजेशन (एफपीओ) के जरिए सांची पार्लरों पर उपलब्ध होंगे। स्व-सहायता समूहों को सहकारिता के तहत रजिस्टर्ड कर दुग्ध सहकारी समितियों का दर्जा दिया जाएगा। इसके लिए नियमों में बदलाव भी किया जाएगा।
रोजाना 2.95 लाख किलो दूध लिया जा रहा- सभा में यह बताया गया कि 2425 सहकारी दुग्ध समितियों से जुड़े किसानों से रोजाना औसतन 2.95 लाख किलोग्राम प्रतिदिन दूध लिया जा रहा है। इन किसानों को अभी तक की सर्वोच्च क्रय दर रुपए 785 प्रति किलो फैट के हिसाब से दी गई।
दुग्ध उत्पादकों किसानों को 460 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया। सहकारी दुग्ध समितियों द्वारा राशि 8.42 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ अर्जित किया गया। संघ के संचालित 342 कृत्रिम गभार्धान केंद्रों द्वारा 1.57 लाख कृत्रिम गभार्धान वर्ष के दौरान किए गए।