छिंदवाड़ा, एजेंसी।
पूर्व सीएम कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में बागेश्वर बाबा की तीन दिनों की कथा सोमवार को समाप्त हो गई। सिमरिया हनुमान मंदिर प्रांगण में कथा के समापन के दौरान कमलनाथ भी पहुंचे। इस दौरान कमलनाथ ने कहा- महाराजजी आप ये मत सोचिएगा कि एक बार छिंदवाड़ा आकर आपने मुझसे छुटकारा पा लिया है।
भविष्य में भी आप मुझसे छुटकारा नहीं पा सकते हैं, क्योंकि मेरे और आपके संबंध हनुमानजी के संबंध हैं। ये जो संबंध होते हैं, वह आत्मीय होते हैं। कमलनाथ ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री को बार-बार छिंदवाड़ा आने के लिए न्योता दिया, लेकिन कमलनाथ ने जिस अंदाज में यह बात कही… उसे देख वहां मौजूद लोग ताली बजाने लगे। कथा समाप्ति के बाद कमलनाथ बागेश्वर बाबा को अपने साथ विशेष प्लेन से भोपाल लेकर रवाना हुए। कथा समाप्त होने से पहले बागेश्वर धाम सरकार ने पूर्व सीएम कमलनाथ के लिए श्रद्धालुओं से जमकर ताली बजवाई। बागेश्वर धाम सरकार ने कहा कि न कमलनाथ बुलाने जाते और न ही मैं आपको यहां कथा सुनाने आता। धीरेंद्र शास्त्री ने यह भी कहा कि इन पर खूब कृपा बनाए रखें। ये सबकी मदद करें… बस यही आशीर्वाद है।
रविवार को लगे दिव्य दरबार में जज को बताए उपाय
धीरेंद्र शास्त्री ने रविवार को दिव्य दरबार लगाया। उन्होंने छिंदवाड़ा से स्थानांतरित होकर विदिशा गए एक जज को बुलाया। जज का जो कहना था, उन्होंने पहले ही पर्चे पर लिख लिया था। बाद में उनके बेटे से संबंधित समस्या को हल करने के कुछ उपाय उन्हें बताए। छिंदवाड़ा में पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा को लेकर कांग्रेस में मतभेद सामने आए हैं। कांग्रेस के सीनियर लीडर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपनी ही पार्टी के नेताओं को घेरा है। उन्होंने ट्वीट किया- भाजपा के स्टार प्रचारक की आरती उतारना कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को शोभा नहीं देता। धीरेंद्र शास्त्री ने एक महिला पुलिसकर्मी को भी बुलाया। उनके जीवन को संघर्षशील बताते हुए बिना माइक के कुछ उपाय बताए। महिला पुलिसकर्मी के मन में जो चल रहा था, वह पहले से ही बाबा ने पर्ची पर लिख रखा था।