हिन्दुस्तान मेल, भोपाल
वर्तमान में मध्यप्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाली कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। मानसून द्रोणिका भी अपनी सामान्य स्थिति से ऊपर चली गई है। इस वजह से मानसून की गतिविधियों में कमी आने लगी है। हालांकि पिछले दिनों रुक-रुककर हुई बारिश के कारण वातावरण में काफी नमी मौजूद है। साथ ही हवाओं का रुख भी लगातार पश्चिमी बना रहने से नमी बरकरार है और बादल बने हुए हैं। इस वजह से मौसम फिलहाल खुशगवार बना हुआ है।
धूप निकलने से कुछ उमस बढ़ेगी
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक धूप निकलने से तापमान बढ़ने पर जहां कुछ उमस बढ़ेगी, वहां कहीं-कहीं स्थानीय स्तर पर हल्की बौछारें भी पड़ सकती हैं। मौसम का इस तरह का मिजाज अभी तीन-चार दिन तक बना रह सकता है। उधर बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सीधी में एक, मलाजखंड में 0.4 मिलीमीटर वर्षा हुई।
कहीं भी तेज वर्षा की संभावना नहीं
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि राजधानी सहित प्रदेश के अन्य जिलों में कहीं भी तेज वर्षा की संभावना नहीं है। वातावरण में नमी बनी रहने के कारण बादल बने हुए हैं। बीच-बीच में कहीं-कहीं हल्की धूप भी निकल रही है। तापमान में बढ़ोतरी होने पर कहीं-कहीं हल्की बौछारें भी पड़ सकती हैं। हालांकि धूप निकलने से उमस भी बढ़ेगी।
ऊपरी भाग में बना चक्रवात बांग्लादेश चला गया
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी जेपी विश्वकर्मा ने बताया कि वर्तमान में मानसून द्रोणिका अपनी सामान्य स्थिति से ऊंचाई पर चली गई है। मप्र से बिहार होते हुए हवा के ऊपरी भाग में बना चक्रवात बांग्लादेश चला गया है। प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाली किसी भी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने के कारण मानसून की गतिविधियों में कमी आ गई है।