केंद्रीय जल संसाधन मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत ने कल राजस्थान की राजनीति में भाजपा की गुटबाजी को लेकर उठ रहे सवाल, मणिपुर के हालातों व मध्यप्रदेश में भाजपा की स्थिति पर जवाब दिए। उन्होंने राजस्थान को लेकर कहा कि यहां भाजपा में कोई गुटबाजी नहीं है और अगला चुनाव सामूहिक नेतृत्व में लड़ा जाएगा। मोदीजी भाजपा का चेहरा होंगे। राजस्थान में भाजपा ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगी। मप्र की जनता डबल इंजन की सरकार ही चुनेगी। कमलनाथ की 18 माह की सरकार के भ्रष्टाचार भूली नहीं है। मणिपुर पर कहा कि पहली बार ऐसा हो रहा है कि सरकार चर्चा को तैयार है, लेकिन विपक्ष अड़ंगे डाल रहा है।
51 फीसदी घरों में नल से पानी
मप्र में हर घर नल-जल योजना की सफलता को लेकर कहा कि एमपी में कुल 1 करोड़ घरों में सिर्फ 11 फीसदी घरों में नल से जल पहुंचता था, लेकिन अब यह 51 फीसदी पर पहुंच गया है। एमपी में इस प्रोेजेक्ट की रफ्तार तेज होना चाहिए।
तनाव दूर… केन-बेतवा का मोदी करेंगे शुभारंभ
एमपी की केन-बेतवा ऐतिहासिक योजना है। बहुत जल्द पीएम नरेंद्र मोदी उसका लोकार्पण करेंगे। एमपी और यूपी के बीच केन-बेतवा को लेकर जो तनाव था, वह हमने दूर किया और काम शुरू किया। अब बुंदेलखंड के 62 लाख घरों को पीने का पानी मिलेगा। हजारों किसानों को सिंचाई का पानी मिल सकेगा। इस योजना की 90 फीसदी राशि केंद्र ने दी है।
…तो बचाने में लगे रहे सीएम
शेखावत ने कहा कि महिला अपराध पर जब राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत को उनके ही मंत्री ने घेरा तो उसे बर्खास्त कर दिया। फिर लाल डायरी के जरिये उन्होंने गहलोत के भ्रष्टाचार की परतें खोलीं तो उन्हें विस में घुसने से रोका। पिटाई करवाई गई। यही नहीं, पेपर लीक के 19 गंभीर मामले प्रतियोगी परीक्षाओं में सामने आए। बेरोजगारी के कारण 2 हजार युवा आत्महत्या कर चुके हैं। जब भी पेपर लीक हुआ, सीएम अधिकारियों व नेताओं को बचाने में लगे रहे। आखिर दबाव के बाद जांच हुई और संभवत: पहली बार पीएससी मेंबर को गिरफ्तार किया गया।
कर्जमाफी का छलावा…
शेखावत ने कहा कि राजस्थान सरकार की असफलता की कहानी सुनना है तो राजस्थान के किसानों से मिलिए। 19 हजार से ज्यादा किसानों को कर्जमाफी के छल में जमीन नीलाम करना पड़ी, कई ने आत्महत्या कर ली। पहली बार किसानों ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर आत्महत्या की, वहीं शेखावत ने गहलोत को तुष्टिकरण की राजनीति पर भी घेरा। उन्होंने कहा कि सीएम तुष्टिकरण की राजनीति में हिंदुओं को दरकिनार कर रहे हैं। एक वर्ग विशेष से खास लगाव सिर्फ इसलिए है, ताकि उनका वोट बैंक सुरक्षित रहे।