विरोध का करंट फैलने लगा
प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होते ही 6 से ज्यादा सीटों पर बगावत के बम भी फूटने लगे हैं। सोनकच्छ से डॉ. राजेश सोनकर (सांवेर) को टिकट देने से पूर्व विधायक रहे राजेंद्र वर्मा हतप्रभ हैं। उनका साफ कहना है पार्टी ने अन्याय किया। 23 हजार से हारे पूर्व मंत्री लालसिंह के साथ बाकी हारे हुए लोगों को टिकट दिया तो मेरे साथ क्या दिक्कत थी? पांच बार के सांसद पिता फूलचंद वर्मा ने पं. दीनदयालजी के साथ काम किया। गुना की चाचौड़ा, सागर की बंडा, छतरपुर की महाराजपुर और छतरपुर, डिंडोरी की शाहपुरा सीट पर कलह बढ़ रही है। पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे को पार्टी ने शाहपुरा से उम्मीदवार बनाया है। वे डिंडोरी से लड़ना चाहते हैं। चाचौड़ा से पूर्व विधायक ममता मीणा यहां से घोषित प्रत्याशी प्रियंका मीणा के विरुद्ध मोर्चा खोलने जा रही हैं। उन्होंने 21 अगस्त को कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुलाई है। यहां से पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह विधायक हैं। इसी तरह छतरपुर और महाराजपुर के घोषित प्रत्याशियों को लेकर भी विवाद बढ़ रहा है। पूर्व मंत्री ललिता यादव का विरोध छतरपुर में और पूर्व विधायक मानवेंद्र सिंह के बेटे कामाख्या प्रताप सिंह की मुखालफत महाराजपुर में हो रही है। बंडा से पूर्व भाजपा सांसद शिवराजसिंह लोधी के बेटे वीरेंद्र को टिकट दिया गया है। इसके विरोध में दावेदार रंजोर सिंह के समर्थकों ने प्रदर्शन कर केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के खिलाफ नारे लगाए। शाहगढ़ में रैली भी निकाली।
विरोध का करंट फैलने लगा
नेता मेहरबान सिंह की पुत्रवधू हैं। मेहरबान सिंह भी संबलगढ़ विधानससभा सीट से विधायक रह चुके हैं। 2019 में उनका निधन हो गया था।
भतीजे को भी मिला टिकट
इस पहली लिस्ट में कुक्षी सीट से जयदीप पटेल को उम्मीदवार बनाया गया है। जयदीप पूर्व मंत्री रंजना बघेल के भतीजे हैं। रंजना बघेल भाजपा की सीनियर लीडर हंै। बंडा विधानसभा सीट से जिन वीरेन्द्रसिंह लंबरदार को उम्मीदवार बनाया है, वे पूर्व सांसद शिवराजसिंह लोधी के बेटे हैं।
पूर्व विधायक के बेटे को भी मिला टिकट- महाराजपुर विधानसभा सीट से बीजेपी ने पूर्व मंत्री मानवेन्द्र सिंह के बेटे कामाख्या प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया है, वहीं जबलपुर जिले की बरगी विधानसभा सीट से नीरज ठाकुर को उम्मीदवार बनाया है। यहीं से उनकी मां प्रतिमा सिंह भी विधायक रह चुकी हैं।