हिन्दुस्तान मेल, खंडवा। गर्लफ्रेंड को पुलिस थाने लाकर सुपुर्दगी देना एक प्रेमी को भारी पड़ गया। दरअसल, वह दो महीने पहले ही गर्लफ्रेंड को भगाकर ले गया था। तब से पुलिस को इस अपहरण केस में दोनों की तलाश थी। खोजबीन के बाद भी दोनों ट्रेस नहीं हो पाए। आखिरकार पुलिस ने परिवार के जरिए उन्हें बुलाया। दस्तावेजों में गर्लफ्रेंड नाबालिग थी। जब पुलिस ने उस नाबालिग का मेडिकल कराया तो दुष्कर्म होना सामने आया। अपहरण के केस में दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट का इजाफा हुआ तो प्रेमी को सलाखों के पीछे रखना पड़ गया। ये मामला है खंडवा जिले के छैगांवमाखन थाना क्षेत्र का है। छैगांवमाखन पुलिस ने एक परिवार की शिकायत पर उनकी 15 वर्षीय बेटी के अपहरण का मामला दर्ज किया था। दस्तावेज खंगाले तो लड़की नाबालिग थी। शक था कि किसी व्यक्ति ने बहला-फुसलाकर अपहरण किया है। थोड़े दिन बाद पता चला कि एक युवक से वह प्यार करती थी। प्रेम-प्रसंग में वह उस युवक के साथ वह भाग गई है। पुलिस ने छानबीन की, लेकिन युवक की लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही थी। ऐसे में उसके परिजन का पता लगाया। उन पर दबाव बनाया और बेटे को नाबालिग लड़की के साथ थाने पर आने की हिदायत दी। जैसे-तैसे करके युवक का परिजन से संपर्क हुआ और दो महीने बाद मंगलवार को वह पुलिस थाना छैगांवमाखन आ पहुंचा। उसके साथ वह नाबालिग लड़की भी थी। पुलिस को उसने बताया कि वो लड़की उसकी गर्लफ्रेंड है। दोनों आपस में प्यार करते हैं। दो दिलों में गहराइयां इतनी बढ़ीं कि शादी का प्लान किया।