वर्षा के मौसम में शहर की सफाई की वार्षिक परीक्षा शुरू हो गई है। शुक्रवार को पुराने शहर से टीम अचानक शाहपुरा पहुंची। यहां ट्रांसफर स्टेशन और मनीषा मार्केट के साथ कॉलोनी के भीतर से गुजर रहे नाले की सफाई भी देखी। सफाई से संबंधित 46 बिंदुओं की जांच के लिए टीम वार्ड-वार्ड में घूम रही है। सर्वेक्षण की यह टीम पूरे 85 वार्डों का मुआयना करेगी।
हालांकि कब-कहां जाना है यह दिल्ली से तय हो रहा है। फील्ड सर्वे के लिए बने एप पर लोकेशन ओपन होती है और टीम पहुंच जाती है। नगर निगम के अफसर भी स्वीकार रहे हैं कि उन्हें पता ही नहीं होता है कि कब टीम कहां पहुंच गई। निगम ने सिटी प्रोफाइल के अनुसार जगह-जगह अमला तैनात कर रखा है। यह टीम कम से कम एक सप्ताह भोपाल में रहेगी।
80 प्रतिशत नंबर फीडबैक के हैं
टीम सिटीजन फीडबैक भी ले रही है। लोगों से सफाई व्यवस्था के बारे में पूछा जा रहा है। स्वच्छ सर्वे में सिटीजन फीडबैक के नंबरों में से 80 प्रतिशत फीडबैक के हैं। पिछले साल स्वच्छ सर्वे में भोपाल देश भर में छठवें नंबर पर था। इसके साथ ही फाइव स्टार और वॉटर प्लस का स्टेटस भी भोपाल को मिला था। इस बार शहर टॉप थ्री की दौड़ में है। इसके बाद स्टार रेटिंग की सर्वे टीम भोपाल आएगी।
सुबह से कमिश्नर ले रहे फॉलोअप
टीम के शहर में घूमने पर नगर निगम कमिश्नर फ्रेंक नोबल ए सुबह से फॉलोअप ले रहे थे। उन्होंने हर लोकेशन पर मौजूद निगम अफसरों से फीडबैक लिया और शाम को महापौर मालती राय ने समीक्षा की।